जिसकी शिकायत भी वहां की पुलिस से की गयी थी। आरोप है कि हरियाणा पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में लोनी के गांव टीला शहवाजपुर के सैकड़ों युवाओं और स्थानीय लोगों ने शांति पूर्वक कैंडल मार्च टीला गांव में निकाला। ग्रामीणों की मांग है कि हरियाणा पुलिस आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। दरअसल, गाजियाबाद थाना लोनी बॉर्डर सेवाधाम चौकी क्षेत्र के टीला गांव निवासी नरेश मावी की पुत्री सोनिया की शादी चन्दीलो की बडोली फ़रीदाबाद में की गई थी।
परिजनों का आरोप है कि सोनिया के ससुराल पक्ष के लोग शादी के समय से ही लगातार दहेज की मांग कर रहे थे। परिजनों ने कई बार उनके दहेज की मांग की पूर्ति भी की। कुछ दिनों पहले ससुराल पक्ष में सोनिया को पिता के घर दहेज की मांग करते हुए भेज दिया था। इस मामले में सोनिया अपने परिजनों के पास लगभग ढाई वर्ष तक रही, जिसके बाद फिर ससुराल पक्ष ने लड़की को ससुराल भेजने की बात की।
इस बार लड़की के पिता नरेश ने समाज के पंचों के माध्यम से समझौता लिखवा कर लड़की को अपने ससुराल भेज दिया। कुछ दिनों बाद ही फिर दोबारा दहेज की मांग उठने लगी। परिजनों का आरोप है कि पिछले कुछ दिन से सोनिया लगातार परिजनों को फोन पर ससुराल पक्ष द्वारा किए जा रहे अत्याचारों की बात कह रही थी। पिता ने बेटी को समझाया कि जल्द ही आकर परिवार से बात करूंगा। आरोप है कि दहेज के लोभी सुसराल वालों ने बीती 14 जुलाई की दोपहर सोनिया की गला घोटकर हत्या कर दी और अपने घर से फरार हो गए।
जिसकी सूचना पड़ोसियों ने फोन कर नरेश मावी को दी। बेटी की हत्या की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया और परिवार के लोग जब सोनिया की ससुराल पहुंचे तो घर पर कोई नहीं मिला। परिजनों से पहले हरियाणा पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। शव के पोस्टमार्टम के बाद लोनी के गांव टीला शहवाजपुर में मृतका सोनिया का अंतिम संस्कार किया गया। आरोप है कि उस घटना के 5 दिन बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। घटना के विरोध में और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोग गांव की सड़क पर निकले और कैंडल मार्च निकाल विरोध जताया।