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गाज़ियाबाद

निकाय चुनाव 2017: लोकतंत्र पर धनतंत्र हावी, चुनाव खर्च की सीमा दोगुनी होने से गरीबों के सपने चकनाचूर

महापौर प्रत्याशी 25 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे, वर्ष 2012 में मेयर के लिए यह सीमा 12.5 लाख रुपये थी।

गाज़ियाबादOct 28, 2017 / 06:10 pm

Iftekhar

Nikay chunav

गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र के महापर्व निकाय चुनाव का बिगुल फुंकने के साथ ही चुनाव आयोग ने निकाय चुनाव में खर्च की सीमा दोगुनी कर दी है। आयोग के इस फैसले से जहां धन्ना सेठ प्रत्याशी खुश नजर आ रहे हैं। वहीं, आथिर्क रूप से कमजोर प्रत्याशियों के सपने टूटते नजर आ रहे हैं। उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि धन्ना सेठ प्रत्याशी धनबल के इस्तेमाल से लोगों को प्रभावित करेंगे, जिससे लोकतंत्र पर धनतंत्र हावी हो जाएगा और गरीब कभी जनप्रतिनिधि बन ही नहीं पाएंगे।

महापौर प्रत्याशी खर्च कर सकेंगे 25 लाख रुपए
आयोग ने चुनाव खर्च की सीमा बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई है। महापौर के लिए प्रत्याशी 25 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे, जबकि वार्ड पार्षद दो लाख तक चुनाव में खर्च कर पाएंगे। वर्ष 2012 में मेयर के लिए यह सीमा 12.5 लाख रुपए थी। जबकि, पार्षद के लिए महज एक लाख रुपए थी। इसी प्रकार से नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के प्रत्याशी 8 लाख रुपये तथा सदस्य पद के प्रत्याशी 80 हजार रुपए तक ही चुनाव मे खर्च कर सकेंगे। नगर पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के लिए चुनाव खर्च की सीमा 1.5 लाख रुपये तथा सदस्य पद के प्रत्याशी के लिए 30 हजार रुपये निर्धारित की गई है, जिसका ब्यौरा प्रत्याशी को जिलाधिकारी के यहां विधिवत जमा कराना होगा। यह जानकारी गाजियाबाद के उप जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह वर्मा ने पत्रिका संवाददाता को दी। हालंकि, आयोग के इस फैसले का विरोध भी हो रहा है। खर्च सीमा बढ़ाए जाने का विरोध करते हुए वार्ड 151 के पूर्व पार्षद एवं इस बार पार्षद प्रत्याशी महेंद्र पाल शर्मा एवं पूर्व पार्षद पति श्रीकांत शर्मा ने आयोग के फैसले को गलत बताया है। इन लोगों का कहना है कि खर्च की सीमा बढ़ाने से पैसे वाले ही चुनाव जीत पाएंगे। समाज सेवा की भावना रखने वाले गरीब प्रत्याशी धन्ना सेठ प्रत्याशियों के सामने कैसे टिक पाएंगे।

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गाजियाबाद में है 1 नगर निगम, 4 नगर पालिका और 4 नगर पंचायत
जनपद में एक नगर निगम, 4 नगर पालिका परिषद तथा 4 नगर पंचायतों के लिए चुनाव होना है। यहां दूसरे चरण में 26 नवंबर को मतदान होगा। नगर निगम में 13 लाख 56 हजार 843 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। यह मतदाता मेयर और 100 वार्ड में लड़ने वाले पार्षद को चुनेंगे। इन चुनावों में होने वाले मतदान के लिए प्रशासन द्वारा कुल 274 मतदान केंद्रों पर 1186 बूथ बनाए जाएंगे। चुनाव की तारीख घोषित होते ही गाजियाबाद की सरगर्मियां तेज हो गई है। दावेदारों ने अभी से ही अपने गणित बैठाने शुरू कर दिए हैं।

सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम
उधर 26 नवंबर को दूसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए प्रशासन ने भी निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराए जाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो नगर निकाय चुनावों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 1 नवंबर से लेकर 7 नवंबर तक चलेगी और 8 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जबकि 10 नवंबर को नाम वापस लिए जाने की तारीख फाइनल की गई है।

यहां जमा होंगे नामांकन-पत्र
नगर पालिका परिषद खोड़ा कॉलोनी एवं नगर पंचायत डासना के लिए नामांकन का कार्य MB गर्ल्स इंटर कॉलेज में कराए जाने का निर्णय लिया गया, जबकि नगर पालिका परिषद मोदीनगर, मुरादनगर तथा नगर पंचायत निवाड़ी के दयानंद इंटर कॉलेज मोदीनगर में नामांकन का कार्य किया जाएगा। वही, नगर पालिका परिषद लोनी के लिए वर्धमान इंटर कॉलेज लोनी में नामांकन किए जाने की व्यवस्था की गई है।

 

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