बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे लोगों ने देश में कोहराम मचाया है। मरकज में शामिल लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद केंद्र व राज्य सरकारें सख्ते में हैं। गाजियाबाद भी 135 लोगों को चिन्हित किया गया। इनमें से प्रशासन ने 105 लोगों को चिन्हित करते हुए इनमें से कुछ लोगों को डासना स्थित सुंदरदीप आयुर्वेदिक संस्थान में क्वॉरेंटाइन किया है। जबकि उनमें से छह लोगों को गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं। आइसोलेशन वार्ड में डयूटी दे रही नर्सों ने इनपर अश्लील हरकत के अलावा अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। अस्पताल स्टाफ ने आरोप लगाते हुए लेटर में साफ कहा है कि इन लोगों के इलाज करने में असमर्थ हैं। जिसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने पुलिस को मामला की तहरीर दी है।
गाजियाबाद के एसपी सिटी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की तरफ से मिली तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसकी जांच एसपी सिटी और एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह ने की। वहीं, मामला गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के पास पहुंचा तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से f.i.r. घंटाघर कोतवाली में दर्ज कर ली गई। उधर, जिला प्रशासन जेल में कवारंटाइन बनाकर सभी को जेल भेजने पर विचार कर रहा है। सीएमओ डॉ. एन. के. गुप्ता ने बताया कि अश्लील करने के अलावा जमातियों के हंगामा की भी शिकायतें मिलीं हैं।
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से जनपद लौटे 137 जमातियों को अलग-अलग चार हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। 90 के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। डासना के सुंदरदीप आयुर्वेदिक अस्पताल में 90, मुरादनगर के सूर्या अस्पताल 36, एमएमजी में 6, कंबाइंड में 5 को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।