यह भी पढ़ेंं: कोविशील्ड लगवाने पर नहीं बनी एंटीबॉडी, धोखाधड़ी व जान से खिलवाड़ का मुकदमा किया दर्ज मां विनीता शर्मा बताती हैं कि ध्रुव को बचपन से ही योग का बेहद शौक है। पहले उसने योग सीखा। उसके बाद अन्य बच्चों को सिखाना शुरू किया। फिर धीरे-धीरे उससे बड़े लोगों ने भी योग सीखना शुरू कर दिया। वर्तमान में बड़ी संख्या में लोग ध्रुव के साथ जुड़ रहे हैं और अब लॉकडाउन के दौरान घर पर रहने वाले सभी बच्चों उनके माता-पिता और अन्य लोगों को भी ऑनलाइन योग सिखाया जा रहा है। ध्रुव को ऑस्ट्रेलिया भी योग सिखाने के लिए बुलाया गया था। जहां पर उसे असिस्टेंट हाई कमिश्नर ऑफ इंडिया राधा वेंकटरम मैडम ने अवार्ड देकर सम्मानित किया था। साथ ही श्रीलंका के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर ध्रुव को लिटिल योगा मास्टर लिखा गया और बहुत ही शानदार शब्दों के साथ फोटो पोस्ट किया गया।
योग से लोगों को मिलेगा आराम अंतरराष्ट्रीय योग खिलाड़ी 11 वर्षीय ध्रुव ने बताया कि उसने जब से अपना होश संभाला है तभी से वह योग बेहद पसंद करता है। इसलिए सबसे पहले उसने योग की क्लास ली और सीखने के बाद अब वह अन्य बच्चों और बड़ों को योग सिखाता है। खास तौर पर लॉकडउन के दौरान जो बच्चे घर पर रहकर ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं या बड़े लोग घर पर रहकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को घर में एक जगह रहने के कारण कमर में दर्द, गर्दन में दर्द, आंखों में दर्द एवं जलन के अलावा कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए अब ऑनलाइन योग क्लास शुरू की है और अब धीरे-धीरे बड़ी संख्या में बच्चों के अलावा उनके अभिभावक एवं अन्य लोग भी योग क्लास में जुड़ रहे हैं।
मिल चुकी स्टूडेंट ऑफ द ईयर की भी ट्रॉफी ध्रुव की मां बताती हैं कि वह योग करने के साथ साथ पढ़ाई में भी बहुत अच्छे हैं। वह बीते पांच साल में कभी भी स्कूल में अनुपस्थित नहीं हुआ और योगाभ्यास करने की वजह से वह बीमार भी बहुत ही कम पड़ता है। इतना ही नहीं, हर वर्ष वह सभी विषयों में 100 फीसद अंक हासिल कर स्कूल भी टॉप करता है। इसके चलते उसे हर वर्ष स्टूडेंट ऑफ द ईयर की ट्रॉफी भी मिलती है। योगा फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित योगासन स्पोर्ट्स में ध्रुव ने कांस्य पदक जीता है। उन्होंने 18 वर्ष आयु वर्ग में 2 मिनट 28 सैकेंड में 10 सबसे कठिन योगासन करके दिखाए थे।