बटालियन कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने बताया कि एक सप्ताह के प्रशिक्षण में आपदा प्रबंधन के मूल सिद्धांत, प्राथमिक चिकित्सा उपचार, आधारभूत जीवन रक्षा, खोज एवं बचाव की तकनीक, बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव की तकनीक, फायर फाइटिंग के बारे में जानकारी व सभी आपदाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है। इन प्रशिक्षित वॉलिंटियर्स को एनडीआरएफ फ्रेंड्स कहा जाएगा।
एक ड्रेस कोड भी उपलब्ध कराया गया है। एनडीआरएफ फ्रेंड्स लिखा हुआ होगा ताकि आपदाओं के समय स्थानीय लोगों को भी इसकी जानकारी रहे। आने वाले दिनों में यह वालंटियर्स एनडीआरएफ की तरफ से चलाए जा रहे जन जागरण कार्यक्रम का भी हिस्सा होंगे। यह तक की यह टीम आपदा से जुड़े जनजागरण अभियान का हिस्सेदारी निभाएगे।