नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों का कहना है कि अक्सर लोग घरों में कुत्ते पालते हैं। उन्हें घुमाने के लिए सड़क पर लेकर जाते हैं। जहां पर वह गंदगी फैलाते हैं। जिसके कारण अन्य लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसकी शिकायत नगर निगम को लगातार स्थानीय लोगों के द्वारा मिल रही थी।
शुक्रवार को नगर निगम की अहम बैठक हुई। बोर्ड बैठक में घरों में कुत्ते पालने का मुद्दा भी उठाया गया। लोग कुत्ते पालने के शौकीन हैं और घरों में कुत्ता पालते हैं तो अब उन्हें नगर निगम से एक लाइसेंस प्राप्त करना होगा। उसके लिए हर साल 5 हजार रुपये नगर निगम में जमा कराने होंगे। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि नगर निगम द्वारा कई टीम बनाकर कॉलोनियों में आतंक मचाने वाले बंदरों को भी पकड़ा जाएगा और उन्हें जंगल में छोड़ा जाएगा। बगैर पैसा जमा किए कुत्ता पालना भारी पड़ सकता है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें भारी जुर्माना देना होगा।