पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि 14 अगस्त की रात बदमाशों ने थाना सिहानी गेट इलाके में स्थित एक दवा फैक्ट्री के गार्ड को बंधक बनाकर करोड़ों रुपए की दवा लूट ली थीं। तभी से इस डकैती के खुलासे के लिए विशेष टीम काम कर रही थी। शनिवार को थाना सिहानी गेट पुलिस एवं क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने इन डकैतों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। सिहानी चुंगी चौकी के पास पुलिस को देखते ही बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी आत्मरक्षा के उद्देश्य से गोली चलाई और इन सभी छह डकैतों को धर दबोचा लिया गया।
पुलिस ने इनके कब्जे से हाल में ही दवा कंपनी से लूटी हुई करीब एक करोड़ रुपए की दवा से भरा कैंटर और अवैध हथियार बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि करीब 9 साल पहले दिनेश निवासी बुलन्दशहर को कंपनी में घोटाला करने के नाम पर निकाल दिया गया था।
इसके बाद से उसने बदला लेने के उद्देश्य से अपने साथी विपिन पुत्र राजक कुमार निवासी हापुड़, जितेन्द्र पुत्र सुभाष निवासी बुलन्दशहर, नरगेश पुत्र देवेन्द्र निवासी हाथरस, नितिन बालियान पुत्र ताराचन्द्र निवासी मुजफ्फरनगर और नकुल पुत्र देवेन्द्र निवासी बागपत के साथ मिलकर कंपनी में डकैती की योजना बनाई थी। 14 अगस्त की रात को डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया था। उन्होंने बताया कि इस डकैती में शामिल अभी इनके साथी विनय, विशाल और दिलीप फरार हैं। जिनकी तलाश जारी है।