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मंत्री की रेड छापेमारी के बाद खनन माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई, आठ से अधिक माफिया वांटेड घोषित जानकारी के अनुसार साहिबाबाद की बाबू जगजीवन राम कॉलोनी में रहने वाले अर्जुन की 28 वर्षीय पत्नी ज्योति की तबीयत गुरुवार की शाम 5 बजे अचानक खराब हो गई। इसके बाद उन्होंने ज्योति को उपचार के लिए स्थानीय अंबे हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया। जहां पर डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि उसकी जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं रात ज्योति की तबीयत लगभग एक बजे अचानक और भी ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद डॉक्टरों ने दिल्ली के अस्पताल में रेफर कर दिया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन 5 घंटे तक एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं करवा सका। जिसके चलते ज्योति की अस्पताल में ही मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद साहिबाबाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मामले को शांत कराने में लगी रही। इस मामले में अस्पताल प्रबंधक का कहना है कि उनकी एंबुलेंस किसी मरीज को लेकर कहीं गई हुई थी। बाद में परिजनों पुलिस से शिकायत करने से इनकार हालांकि इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन ने मृतका के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया और डेड बॉडी को घर तक पहुंचा दिया। वहीं अब मृतका के परिजनों का कहना है कि उनकी माली हालत ठीक नहीं है। इसलिए वे अब अस्पताल के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं।