इस बार नेहरू नगर में द-बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया ने सम्राट अशोक के लिए विजयदशमी पर बुद्ध वंदना और दीक्षा प्रमाण पत्र वितरण का आयोजन किया लेकिन उस दीक्षा सम्मान समारोह को अलग ही रंग दे दिया गया। पूरे इलाके और शहर में बात उड़ाई गई कि 100 परिवारों ने बोध धर्म अपना लिया है। कार्यक्रम में इन परिवारों के शपथ दिलाई गई जब यह अफवाह फैली ताे अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने मौके पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच की। जांच-पड़ताल में यह बात सामने आई है कि ऐसा कोई भी मामला नहीं है कार्यक्रम में पहुंचे लाेगाें काे केवल बौद्ध धर्म को लेकर जागरूक किया गया था धर्म परिवर्तन का काेई मामला नहीं था।
करहैड़ा के मामले को लेकर पहले ही पुलिस अलर्ट है उसके बाद अब नेहरू नगर में मामला सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने कहा है कि जैसी अफवाह फैलाई जा रही है वैसा कुछ भी नहीं है। पुलिस ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए अब उन लाेगाें के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है जिन्हाेंने इस तरह की अफवाह फैलाई है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आयोजकों से बात कर इस बात की पुष्टि की है। इस दैरान कार्यक्रम प्रबंधक समेत अन्य जिम्मेदार लाेगाें ने पुलिस काे बताया कि धर्म परिवर्तन जैसा कोई मामला नहीं है जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।