नोएडा: प्रद्युम्न हत्याकांड के बाद जिले के 171 स्कूल हो सकते हैं बंद, नोटिस जारी स्कूलों की संख्या के हिसाब से पर्याप्त नहीं है सुरक्षा बलजिले में स्कूलों की संख्या लगभग साढ़े तीन हजार है, जबकि पुलिसकर्मी एक हजार भी नहीं हैं। जब स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या को पुलिसकर्मियों की संख्या के साथ मिलान करेंगे तो एक हजार से अधिक बच्चों की जिम्मेदारी एक सिपाही के कंधों पर होगी। ऐसे में आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह से एक सिपाही एक हजार से अधिक बच्चों की सुरक्षा कर सकता है। जबकि उसी सिपाही को बैंक ड्यूटी, मामलों की विवेचना, दबिश देना, कोर्ट ड्यूटी सहित कई प्रकार के कार्य करने पड़ते हैं।
प्रिंसिपल के बेटे ने पांचवीं क्लास की छात्रा से की दुष्कर्म की कोशिश, पुलिस ने भेजा जेल 3327 स्कूल हैं जिले में जनपद में लगभग 3327 स्कूल मौजूद हैं, जिनमें गलियों में संचालित हो रहे बिना मान्यता के कोचिंग सेंटर और छोटे-मोटे स्कूल शामिल नहीं हैं। एक अनुमान के हिसाब से जनपद में 9 लाख 98 हजार एक सौ बच्चे शिक्षा के लिए घर से शिक्षण संस्थानों में जाते हैं, जबकि जिले में मौजूदा समय में 701 पुलिसकर्मी हैं। ऐसे में अगर हम आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि 1423 बच्चों की सुरक्षा के लिए सिर्फ एक पुलिसकर्मी मौजूद है।
शिक्षा अधिकारी और शिक्षकों के बीच हुई जमकर मारपीट, देखें वीडियो एसएसपी ने कहा, सीमित हैं जवान इस बारे में एसएसपी हरियानारायण सिंह का कहना है कि सभी जनपद में पुलिस के जवान सीमित हैं। इसके बावजूद समय-समय पर स्कूलों के साथ में समन्वय बैठक करके तालमेल बिठाया जाता रहा है। इसके अलावा सिपाही को बीट पर
ध्यान देने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हुए हैं।
थाने- स्कूल- सिपाही
कवि नगर- 214- 103
सिहानी गेट- 229- 95
कोतवाली- 226- 86
विजयनगर- 238- 104
साहिबाबाद- 1306- 108
इंदिरापुरम- 817- 112
खोड़ा- 102- 65
लिंक रोड- 195- 28