दरअसल मूल से बिहार की रहने वाली एक महिला का अपने पति से झगड़ा हो गया और वह अलग रहने लगी। मामला न्यायालय जा पहुंचा उस वक्त महिला गर्भवती थी। महिला ने अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की परवरिश का खर्चा उठाने की बात अपने वकील से कही और इस बात को लेकर बेहद चिंता व्यक्त की। इस दौरान वहां मौजूद एक राजबहादुर नाम के शख्स ने जब महिला की बात सुनी तो कहा कि वकील से कहा कि यदि यह महिला अपने बच्चे का लालन पालन नहीं कर सकती है और बच्चे को जन्म देने के बाद गोद देने के लिए तैयार हो तो इसके बच्चे को वह गोद ले लेगा।
बहरहाल वकील के माध्यम से बात तय हो गई और यह कहा गया कि बच्चे के पैदा होने तक उसके इलाज का सभी खर्चा राजबहादुर ही उठाएंगे और बच्चा पैदा होने के बाद राजबहादुर को गोद दे दिया जाएगा। राजबहादुर ने यह बात अपनी पत्नी से बताई तो उसकी पत्नी भी इस बात पर सहमत हो गई और आखिरकार महिला का इलाज उसी दिन से लगातार चलता रहा जिस का खर्चा राजबहादुर उठाता रहा। बीते शनिवार यानी एक हफ्ते पहले राजबहादुर के पास महिला का फोन आया कि उसने एक अस्पताल में एक बेटे को जन्म दिया है और अस्पताल में पेमेंट करनी है जिसके बाद राजबहादुर और उसकी पत्नी का खुशी का ठिकाना नहीं रहा और राजबहादुर अपनी पत्नी के साथ पैसे लेकर अस्पताल पहुंचा।
जहां पर राजबहादुर ने ₹25000 अस्पताल के जमा किए और बच्चे को अपने घर ले आए। राजबहादुर के घर नवजात आने के बाद से खुशियां मनाई जा रही थी। लेकिन अचानक ही एक हफ्ते बाद यानी 24 मई को बच्चे को जन्म देने वाली मां थाना शहर कोतवाली पहुंच गई और उसने अपने बच्चे को वापस दिलाए जाने की गुहार पुलिस से लगाई। उसने कहा कि वह अपने बच्चे को गोद देना नहीं चाहती है, इसलिए उसका बच्चा वापस दिलाया जाए।
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बहरहाल मामला थाने पहुंचा तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राजबहादुर और उसकी पत्नी को बच्चे के साथ थाने बुलवाया। जहां पर दोनों पक्षों के बीच में समझौता कराया गया और आखिरकार पुलिस ने महिला के ऊपर शुरू से लेकर अभी तक के हुए खर्च के रुपए वापस देने की बात कही। जिस पर बच्चे को जन्म देने वाली मां तैयार हो गई और अपना बच्चा की मौजूदगी में वापस ले लिया और राजबहादुर को रकम लौटाने के लिए उसने कुछ समय की मांग की है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि इस तरह का मामला सामने आया था पहले बच्चे को गोद देने की डील हुई थी और बाद में बच्चे जन्म देने वाली मां ने ही कैंसिल कर दिया मामला थाने पहुंचा था। जहां पर पुलिस की मौजूदगी में दोनों का समझौता कराते हुए बच्चे को जन्म देने वाली मां को ही बच्चा सौंप दिया गया है।