2. जेल के अंदर आपसी झगड़े में
3.जेल के अंदर बीमार होने पर
4.न्यायालय ले जाते समय
5.अस्पताल ले जाते समय
6.अस्पताल में इलाज के दौरान
7.झूठी मुठभेड़ दिखाकर
8.झूठी आत्महत्या दिखाकर
9.किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर
अखिलेश यादव ने आगे कहा है कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफाजत न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 29 मार्च यानी शुक्रवार की दोपहर 2 बजे बांदा में पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी के शव को परिवार को सौंपा जाएगा। इसके बाद उसे उसके पैतृक निवास गाजीपुर लाया जाएगा। यहीं पर उसी कब्रिस्तान में उसकी कब्र खोदी जाएगी जहां उसके कई पुस्तों की कब्रे हैं।
मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी कासगंज जेल में है। इसलिए छोटा बेटा उमर अंसारी अंतिम संस्कार के वक्त मौजूद रहेगा। मुख्तार की बीवी भी फरार है। इसलिए उसके आने के आसार भी नहीं हैं।