कई बार की कक्ष में शिकायत
अभ्यर्थी की मानें तो प्रश्नपत्र को देखते ही उसने इसे लेकर कक्ष निरीक्षक से सवाल किया। तो उसने प्रधानाचार्य समेत कई अन्य लोगों से मिलकर अपनी समस्या बताने के लिए कहा। परेशना श्वेता कुशवाहा काफी देर तक इधर उधर अपनी बात कहती रही लेकिन परीक्षा केन्द्र पर उसका किसी ने हल नहीं निकाला। श्वेता ने कहा कि मेरा प्रश्नपत्र बदला जाए। लेकिन कक्ष निरीक्षक द्वारा आश्वासन दिया जाता रहा लेकिन प्रश्नपत्र बदला नहीं गया और परीक्षा का समय समाप्त हो गया। परीक्षा संपन्न होने के बाद श्वेता प्रश्नपत्र लेकर कई जानकारों लोगों से बात किया। जिसके बाद हर किसी ने इसपर हैरानी जताई।
अब बुधवार को अभ्यर्थी श्वेता कुशवाहा अपने गृह जनपद गाजीपुर के जिलाधिकारी से पास पहुंची। जिलाधिकारी के उपस्थित न होने पर वह उपजिलाधिकारी से मिलकर मामले की जानकारी दी। लेकिन प्रभारी जिलाधिकारी हरिकेश चौरसिया से ने इस मामले में कुछ न कर पाने की बात कही। उन्होने इस बात की शिकायत यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड से करने की सलाह दी।
जाऊंगी कोर्ट
अब यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के इस कार्यशैली से नाराज अभ्यर्थी श्वेता कुशवाहा का कहना है कि मैं इस बात कि शिकायत बोर्ड में करूंगी। लेकिन अगर बात न बनी तो मैं इसकी याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल करूंगी।