घटना के विरोध मे सोमवार को जनपद के करण्डा गांव में पत्रकार व आरएसएस कार्यकर्ता राजेश मिश्र के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये स्थानीय लोगो ने एक कैंडिल मार्च निकालकर यूपी की सरकार से हत्यारों की जल्द गिरफ्तार किये जाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि जब सरकार बनी तो इन्होने पत्रकारो के हित की बात करते हुए कडे कानून बनाने की बात कही साथ ही कानून व्यवस्था अखिलेश सरकार से बेहतर करने का दावा किया था।
लेकिन इनके सभी दावे अब फेल नजर आने लगे हैं। जी हां राजेश मिश्र की हत्या हुए 10 दिन हो चुके है और अपराधी अभी तक सलाखों के पीछे नहीं पहुचे। इतना ही नही हत्या के दिन ही एडीजी ला एण्ड आर्डर ने भी दावा किया था की अपराधी चिन्हित हो गये हैं। बावजूद इसके अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। इसी
चोचकपुर बाजार से मौनी बाबा गंगा घाट तक निकाली गई कैंण्डिल मार्च में लोगों ने सरकार के खिलाफ खुलकर गुस्सा जाहिर किया। कहा कि योगी कि सरकार राजेश मिश्रा के हत्या मामले में हाथ पर हाथ धरे बैठी है। ऐसे मे यह साबित हो रहा है की ये लोग राजनिति के अलावा कुछ भी नही करते। इनका कार्यकर्ताओ के सम्मान और सुरक्षा से कुछ भी लेना देना नही है।