बताते चलें कि सेवराई गांव के करवनिया डेरा मगें जमीनी विवाद में दबंगों ने हद पार कर दी। यहां के रहने वाले शैलेन्द्र बिंद के दरवाजे के सामने बीते 10 जून को दीवार खड़ी कर झोंपड़ी डाल दी। इतना ही नहीं एक राजनीतिक पार्टी का झंडा भी लगा दिया था। मेनगेट पूरी तरह से घिर जाने के बाद शैलेन्द्र के परिवार की महिलाएं घर में कैद होकर रह गयी थीं। उन्हें किसी तरह दूसरे के घर से सीढ़ियां लगाकर भोजन आदि व जानवरों को चारा दिया जा रहा था।
जानकारी होने के बाद बीते गुरुवार को सेवराई तहसीलदार अजीत सिंह मौके पर पहुंचे तो दबंगों ने तहसीलदार के साथ भी अभद्रता की, जिसके बाद वह वापस चले गए। तहसीलदार ने तब अभद्रता की बात स्वीकारते हुए मीडिया से कहा भी था कि पर्याप्त पुलिस बल न होने के चलते उन्हें लौटना पड़ा, क्योंकि वहां महिला व पुरुष विवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि दरवाजे पर खड़ी की गयी दीवार जल्द गिरवायी जाएगी। इसके बाद सोमवार को भारी पुलिस बल के साथ यह कार्रवाई कर परिवार को दबंगों के कहर से निजात दिलायी।
By Alok Tripathi