निजी यात्री बसों का परिचालन भी बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा ऑटो और कैब वाहन भी नहीं चलेंगे, हालांकि आवश्यक सेवाओं को जनता कर्फ्यू से मुक्त रखा गया है। जनता कर्फ्यू को लेकर शनिवार को लोग खाद्यान्न का भंडारण में जुटे रहे। प्रदेश कांग्रेस ने भी इस महामारी से बचाव के लिए जनता कर्फ्यू का समर्थन किया है। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्त्ता थाली और ताली बजाने की जगह राष्ट्रगान और गांधीजी के भजन को गाएंगे। इस बीच इटली से लौटे युवक को पुलिस ने रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्त्ती कराया गया है। बताया गया है कि आइसोलेशन में जाने से इंकार करने वाले युवक को पुलिस की मदद से रिम्स में भर्त्ती कराया गया है। राज्य प्रशासन की ओर से कोरोना से जेलों में कैदियों से मिलने पर रोक लगा दी है।
रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद लालू प्रसाद से भी शनिवार को होने वाली तीन लोगों की मुलाकात पर भी रोक लगा दी गई। चतरा के ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर के कपाट भी 31 मार्च तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। 31 मार्च तक मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। मंदिर की नियमित पूजा के अनुष्ठान में सिर्फ पुजारी शिरकत करेंगे।
वहीं प्रकृति पर्व सरहुल के मौके पर 27 मार्च को निकलने वाली शोभायात्रा और 2 अप्रैल रामनवमी की शोभायात्रा को भी नहीं निकालने का निर्णय लिया गया है। रेलवे ने कोरोना वायरस और ट्रेनों मे यात्रियों की कमी और 22 मार्च को सुबह 07 बजे से रात 09 बजे तक “जनता कर्फ्यू को देखते हुए, रांची रेल मण्डल की छह ट्रेनें को 22 मार्च को रद्द और पांच ट्रेनें पुनर्निर्धारित करने का निर्णय लिया है।