बदला रहन—सहन
साइबर अपराध की मदद से इन गांवों के कई युवाओं का देखते ही देखते पूरी तरह से रहन-सहन बदल गया है। कल तक जिनके पास बाइक नहीं थी आज वो कार से चल रहे हैं। कपड़े ब्रांडेड हो गए हैं और आखों पर रंगीन चश्मे लग गए हैं। जिन गांवों से पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े मामलों में दर्जनों युवाओं को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, उन गांवों में अब शरीफ लोगों का रहना भी मुश्किल हो गया है। इन गांवों की इतनी बदनामी हो चुकी है कि यहां शादी-विवाह के लिए रिश्ता करने में भी लोग कतराते है। रिश्ता बनाने वाले परिवारों को हमेशा यह डर बना रहता है कि कहीं रिश्ता कायम करने के बाद साइबर अपराध से जुड़ा कोई खुलासा न हो जाए। यही कारण है कि ऐसे कई गांव में अब ग्राम पंचायत लगाकर लोगों को चेतावनी दी जाने लगी है कि यदि किसी परिवार का कोई सदस्य साइबर अपराध मामले में गिरफ्तार होता है, तो पूरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
यह गांव सबसे ज्यादा प्रभावित
जामताड़ा के करमाटांड़ , नारायणपुर के अलावा देवघर जिले का करौं, आसनबनी, चितरा घोरमारा , धनबाद जिले का निरसा, गोविंदपुर व टुंडी, गिरिडीह जिले का बेंगाबाद, गांडेय , कालाझरिया, झिलुवा, कांसीटांड़, सियांटांड़, शीतलपुर, मोहनपुर और सिकरपुसनी गांव के कई युवक-युवतियों की संलिप्तता साइबर अपराध मामले में सामने आई है।
यूं देते हैं वारदात को अंजाम
पुलिसिया छानबीन में यह बात सामने आई है कि साइबर अपराधी ज्यादातर मामलों में एटीएम कार्ड ब्लॉक होने का डर दिखाते हैं और इधर-उधर की बात करने के बाद यह कार्ड का नंबर और सीवीवी नंबर पूछते हैं। यदि लोग इनके झांसे में आ गए तो यह 3 से 5 मिनट में ही उनके बैंक खाते को साफ कर दिया जाता है।
ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं ठग
साइबर अपराध की घटनाओं में जुड़े युवक-युवती ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं होते, लेकिन ऑनलाइन ठगी में यह काफी दक्ष होते है और कुछ लड़के-लड़कियां फर्राटेदार अंग्रेजी बोल कर भी लोगों को प्रभावित करने में सफल होते है। इन सभी के पास एक लैपटाॅप, दर्जनों सिम और एटीएम-क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों की पूरी सूची होती है। बैंककर्मियों, मोबाइल कंपनी के प्रतिनिधियों, डाक कर्मियों और कुरियर कंपनियों से मिलीभगत कर साइबर अपराधी बैंक और पेटीएम खाताधारकों के बारे में पूरा ब्यौरा जुटाते है। खाताधारकों, क्रेडिट कार्ड धारकों या पेटीएम कार्ड के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद युवक-युवती छोटे से गांव में बैठकर देशभर के लोगों को अपने शिकार में फंसाते है।
पंजाब सीएम ( Punjab CM ) की पत्नी को ठगा
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर से ऑनलाइन ठगी का मामला सबसे ताजा है। ठगों ने संसद सत्र के दौरान परनीत कौर को फोन कर जरूरी जानकारी मांगी और 23 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरोपी ने अपने आपको एसबीआइ का मैनेजर बताते हुए सैलेरी डालने की बात बोलकर जानकारी मांगी और बाद में ओटीपी भी ले लिया। जांच करने पर पता चला की आरोपी अताउल अंसारी जामताड़ा (झारखंड) निवासी है। पंजाब पुलिस बुधवार को ही जामताड़ा के लिए रवाना हो गई थी।