प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने देवघर में आयोजित पार्टी कार्यक्रम में हिस्सा लेने लिए रांची से रवाना होने पर रास्ते में गिरिडीह में रूक कर झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की। बंद कमरे में करीब 15 मिनट तक हुई बातचीत के बारे में दोनों ही नेताओं की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई, लेकिन दोनों ही नेताओं ने इस बातचीत को सकारात्मक बताया और जल्द गतिरोध दूर होने का भरोसा दिलाया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने बताया कि झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी परिपक्व और राज्य के वरिष्ठ नेता है। उन्होंने कहा कि जब दो दलों के नेताओं की मुलाकात होती है, तो उन्हें मनाने की कोई बात नहीं होती है, बल्कि इस दौरान राजनीति की बात होती है। प्रदेश अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि जल्द ही जिच खत्म हो जाएगा और समाधान निकल जाएगा।
इस मौके पर बाबूलाल मरांडी ने भी बातचीत को सकारात्मक बताते हुए कहा कि चुनाव में कार्यकर्त्ताओं के चुनाव लड़ने की मांग स्वभाविक है, अभी गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है, सबकुछ तय हो जाएगा, तो औपचारिक घोषणा हो जाएगी। इस मुलाकात के दौरान यह साफ नहीं हो पाया है कि झाविमो की मांग के अनुरूप गोड्डा संसदीय सीट कांग्रेस छोड़ देगी या नहीं। बताया गया है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह भी अभी तीन दिनों तक झारखंड में ही रहेंगे और आरपीएन सिंह भी बाबूलाल मरांडी से मुलाकात कर सकते है।
गौरतलब है कि नई दिल्ली में पिछले दिनों कांग्रेस, झामुमो और झाविमो नेताओं की हुई एक बैठक के बाद झारखंड की 14 लोकसभा सीटों के लिए महागठबंधन के फॉर्मूले का स्वरूप सामने आया है, जिसके तहत कांग्रेस सात, झामुमो चार और झाविमो दो तथा राजद एक सीट पर चुनाव लड़ेगा। वहीं झाविमो की ओर से गोड्डा संसदीय सीट पर भी दावा किया गया है, जबकि बंटवारे में यह सीट कांग्रेस के खाते में गया है। इसी सीट को लेकर झाविमो की ओर से महागठबंधन से अलग होने तक की चेतावनी दी गई है।