बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विभाग में कार्यरत अध्यापकों के फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर एक पखवारे में 15 सहायक अध्यापकों को बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इन बर्खास्त शिक्षकों में 2 शिक्षक दो जिलों में शिक्षक के पद पर नियुक्त होकर दो स्थानों से सरकार से वेतन ले रहे थे। जबकि 4 शिक्षकों के टीईटी का प्रमाण पत्र कूटरचित था। शेष 9 के कूटरचित प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए बार-बार सूचना देने के बावजूद न तो न्यायालय में अपना पक्ष रखे गए और न ही विभाग में, जिससे इन्हें भी बर्खास्त कर दिया गया है। एक पखवारा भी नहीं बीता था कि आगरा विश्वविद्यालय पास एसआईटी के जांच में 4570 में गोण्डा के ९ अध्यापकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र कुटरचित पाये गये हैं, जिनमें चार अध्यापकों ने अपना स्थानान्तरण गैर जनपद करा लिया है। बेसिक शिक्षाधिकारी सन्तोष देव पाण्डे ने बताया कि पूर्व के १५ शिक्षकों का प्रकरण नियुक्ति के दौरान बेसिक शिक्षाधिकारी गोण्डा से अमित सचान व स्वाति उत्तम ने कूटरचित प्रमाण पत्र लगाने की शिकायत की थी, लेकिन विभाग ने कोई कर्रवाई और जांच न कर जिले के विभिन्न स्कूलों में नियुक्ति कर दी थी। जिससे उच्च न्यायालय में अमित सचान व स्वाति सहित ने 9 याचिकाएं दाखिल की, न्यायालय के निर्देश पर जांच हुई तो फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर कार्यवाई की गई है।