उत्तराखंड सरकार लेगी फैसला पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि पर उत्तराखंड सरकार ही फैैसला ले सकती है। दंपत्ति ने यूपी सरकार से रिहाई की गुहार लगाई थी। इनके द्वारा बढ़ती उम्र, पारिवारिक जिम्मेदारियां और बीमारी का हवाला दिया गया था। इनके विधायक बेटे अमनमणि ने भी शासन स्तर पर लिखित पैरवी की। इस मामले में यूपी सरकार ने रिपोर्ट भी मंगाई। लेकिन मामला उत्तराखंड का होने के नाते इसे पड़ोसी राज्य को भेज दिया गया। उत्तराखण्ड सरकार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मुकदमों का स्टेटस मांगा था।
मधुमिता को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रही बहन निधि शुक्ला मधुमिता हत्याकांड में उनकी बहन निधि शुक्ला न्याय की लड़ाई लड़ रही हैं। वह मणि परिवार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोले हुई हैं। सालों से चल रही इस न्याय की लड़ाई में बीते दिनों निधि शुक्ला ने आपत्ति जताते हुए अमरमणि दंपत्ति की मर्सी अपील को खारिज करने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि रसूख के बल पर उनकी रिहाई कराने की साजिश चल रही लेकिन यह इंसाफ के खिलाफ है। अगर उनकी बहन के साथ न्याय नहीं होता और मणि दंपत्ति की रिहाई हुई तो वह आत्मदाह को मजबूर होंगी।