Read this also: सीएम के शहर में घूसखोर दरोगा गिरफ्तार, एफआर लगाने मांगे डेढ़ लाख रुपये केंद्रीय मंत्री गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। बातचीत में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जाने के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट और हरकतों के मद्देनजर भारत ने कड़ा रुख अपनाए हुए है। रावी नदी पर भारत की अंतिम बांध संरचना के बाद एक बहुत बड़ा भूभाग है। इस भूभाग पर एकत्र होने वाला वर्षा का जल भी नदियों के माध्यम से बह कर पाकिस्तान को चला जाता है। इसे भी संरक्षित करने के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है।
शेखावत ने आरोप लगाया कि गंगा नदी की अविरलता और निर्मलता सदैव बनी रहे, यह सतत चलने वाला विषय है। हजारों साल पहले भी यह चिंता का विषय था, हम नहीं रहेंगे तब भी चिंता का विषय रहेगा। लेकिन जिस लक्ष्य को लेकर प्रधानमंत्री के नेतृत्व प्रयास शुरू हुए उसके परिणाम दिखने लगे हैं। इसके लिए राज्यों के जरिए बड़ी भूमिका निभानी थी। यूपी की पूर्ववर्ती सरकारों ने पर्याप्त रुचि दिखाई न गति, इस कारण लक्ष्य हासिल नहीं कर सके।
Read this also: केंद्रीय जल शक्ति मंत्र ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद अगले दो साल में बहुत बड़े बदलाव दिखाई देंगे। प्रयागराज में अर्ध कुंभ के समक्ष 24-25 करोड़ लोगों ने देखा कि कैसे हमने गंगा की अविरलता और पवित्रता को बनाए रखने का कार्य किया। 2021 के जनवरी में पूर्ण कुंभ का आयोजन हरिद्वार में होगा, उस कुंभ के पहले गंगोत्री से लेकर ऋषिकेष तक गंगा आचमन योग्य बने, इस लक्ष्य को लेकर कार्य कर रहे हैं। आयोजन के पहले इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे, यह संकल्प भी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के 18 करोड़ ग्रामीण परिवारों तक पीने का पानी का नल से पहुंचाने का लक्ष्य है। पीएम मोदी के निर्देश पर नल से पेयजल पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। राज्य भरपूर समर्थन दे रहे हैं। सीएम योगी ने यूपी में इस लक्ष्य को पाने के लिए 2022 तक का लक्ष्य रखा है। इसी लिए यहां भी जलशक्ति विभाग का गठन करते हुए कैबिनेट विस्तार में मंत्री पद भी दिया गया है।