अपने इस अभियान के तहत भाजपा के नेता और कार्यकर्ता शहरों के साथ ही गांव-गांव जाएंगे और वहां क्षेत्रीय लोगों से उनकी समस्या रूबरू होंगे। हर समस्या से अवगत कराएंगे। मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि जम्मे कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाने से होने वाले फायदे और इसके रहने पर क्या नुकसान हो रहा था इसकी जानकारी भी देंगे।
पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता राजेश त्रिपाठी के मुताबिक राष्ट्रीय नेतृत्व के अनुरूप ही राष्ट्रीय एकता अभियान के तहत जनजागरण और संपर्क की रणनीति बनायी जा चुकी है। चार सितंबर से 17 सितंबर तक स्वच्छता, रक्तदान, स्वास्थ्य परीक्षण, नेत्र शिविर और दिव्यांगों को गोद लेने आदि कई सेवा अभियान शुरू किये जा चुके हैं और सफलता से संचालित हो रहे हैं।
उन्होंने बताया है कि स्वामी विवेकानंद जीने 12 सितम्बर को अमेरिका के शिकागो में अपना सबसे मशहूर भाषण देया था, इसे उद्बोधन दिवस के रूप में मनाते हुए 12 से 30 सितम्बर तक देश भर में होने वाली जनसभाओं में गोरखपुर क्षेत्र के सभी 10 जिलों में जनसभाओं का आयोजन होगा। सभा में समाज के सभी वर्गों के प्रबुद्धजनों का सहभाग हो इसकी योजना है। अभियान के सिलसिले में क्षेत्रों और जिला संयोजकों को जिम्मेदारियां बांट दी गयी हैं।
अक्टूबर के महीने में भी आयोजन जारी रहेंगे। दो अक्टूबर गांधी जयंती से लेकर 31 अक्टूबर को पटेल जयंती तक पूरे महीने कुछ न कुछ कार्यक्रम आयोजित होंगे। स्वच्छता, प्लास्टिक उन्मूलन, जल संरक्षण जैसे मुद्दों को लेकर सभी लोकसभा व विधानसभा क्षेत्रां में जन जागरण अभियान चलेंगे, जिसका नेतृत्व वहां के सांसद व विधायक करेंगे। इसमें 150 किलोमीटर की पदयात्रा की जाएगी। इसके अलावा प्रतिष्ठित लोगों को जोड़ने की योजना भी है, इसके तहत हर लोकसभा के कम से कम पांच मशहूर और प्रतिष्टित लोगों से शीर्ष नेतृत्व के लोग मुलाकात करेंगे। कुल मिलाकर भारतीय जनता पार्टी का सोचना है कि विपक्षी पार्टियों के पहले ही बीजेपी चुनाव के लिये अपनी तैयारी पूरी रखना चाहती है।