बस्तियां चौराहे पर साइकिल रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले गोरखपुर के सिकरीगंज क्षेत्र के अवरारूह गांव के रहने वाले 22 साल के सरजीत पुत्र स्व. लक्ष्मीकांत का शव रविवार की सुबह गांव में तालाब के किनारे खेतों के पास मिला। उसका शव खेत में गर्दन तक धंसा हुआ था। खबर फैलते ही परिजन पहुंचे और शव की पहचान की। इस दुस्साहसिक वारदात के बाद पुलिस भी तत्काल वहां पहुंच गई और घटना की छानबीन शुरू कर दी। शव के गले और शरीर के हिस्सों पर धारदार हथियार के निशान थे और उसके नाजुक अंग भी काट दिये गए थे।
खबर फैलने के बाद आक्रोशित लोगों ने बस्तिया चौराहे पर शव रखकर दुघरा-बनकट मार्ग जाम कर दिया। हालांकि सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंच गए। एसएसपी जोगेेंद्र कुमार, एसपी साउथ विपुल कुमार श्रीवास्तव, सीओ खजनी, कृष्ण नारायण, एसडीएम खजनी अनुज मलिक भी मौके पर पहुंचे। लेकिन स्थानीय नेताओं के आश्वासन पर चार घंटे बाद जाकर जाम खुलवाया जा सका।
पुलिस ने आठ घंटे किया खुलासा
घटना के तत्काल बाद पुलिस सक्रिय हो गई और पड़ताल शुरू कर दी गई। पुलिस की सक्रियता से आठ घंटे के भीतर ही हत्याकांड का खुलासा कर आरोपी दीपेन्द्र सिंह उर्फ सिंटू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक मृतक सरजीत की बहन को आरोपित दीपेन्द्र सिंह ‘सिंटू’ मोबाइल पर फोन कर परेशान करता था। इसकी जानकारी जब सुरजीत को हुई तो उसने समझाया, पर आरोपी नहीं माना। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि शनिवार को दीपेन्द्र ने सुरजीत को फोन कर बातचीत के लिये बुलाया। वहां दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद दीपेन्द्र ने उसपर डंडे से हमला किया और हंसिये से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद नाजुक अंगों को भी काट दिया। पुलिस ने हंसिया और डंडा बरामर कर आरोपी दीपेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया।