ये भी पढ़ें- चौरी चौरा शताब्दी समारोहः पीएम मोदी ने डाक टिकट किया जारी, कहा- शहीदों को अभी तक नहीं मिला समुचित सम्मान मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि स्वाधीनता संघर्ष में यहां पुलिस व स्थानीय जनता के बीच संघर्ष में पुलिस की गोली से स्वाधीनता के लिए संघर्ष करने वाले 3 सेनानी शहीद हुए थे। उसके बाद 228 पर ब्रिटिश हुकुमत ने मुकदमा चलाया था, जिनमें 225 को सजा दी गई थी। सीएम ने कहा कि 1857 से स्वतंत्रता प्राप्ति तक एवं उसके बाद देश की रक्षा में शहीद होने वाले जवानों के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हर स्मारक पर पुलिस बैंड, दीपोत्सव व राष्ट्रभक्ति गीतों के गायन का आयोजन होगा। विद्यालयों में तरह-तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। चौरीचौरा पर विशिष्ट शोध को बढ़ावा देने का कार्यक्रम भी शुरू हुआ है।