scriptकोरोना वैक्सीन कॉकटेल डोज के सामने आए नतीजे, गलती से लगा दी गई थी दोनों बार अलग-अलग वैक्सीन | COVID Vaccine Cocktail Dose Provide Better Immunity ICMR NIV Study | Patrika News
गोरखपुर

कोरोना वैक्सीन कॉकटेल डोज के सामने आए नतीजे, गलती से लगा दी गई थी दोनों बार अलग-अलग वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन की मिश्रित खुराक लेने के मामले में हुई जांच के नतीजे सकारात्मक आए हैं। जिन्हें गलती से दोनों डोज अलग-अलग वैक्सीन के लगा दिये गए थे, पहले चरण की जांच उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर मिली।

गोरखपुरAug 09, 2021 / 08:34 pm

रफतउद्दीन फरीद

coronavirus vaccine

कोरोना वैक्सीन (प्रतीकात्मक)

पत्रिका न्यूज नेटवर्क, गोरखपुर. स्वास्थ्य विभाग की गलती से कोरोना की मिश्रित खुराक लेने वालों के लिये राहत भरी खबर है। अब तक हुए अध्ययन से पता चला है कि मिश्रित खुराक लेने के बावजूद उनके शरीर में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं दिखा है। एंटीबाॅडी भी ज्यादा बनी। इसकी जांच के लिये तीन अलग-अलग समूहों से लिये गए 98 नमूनों में से पहले नमूनों को लैब में जांचे जाने के बाद ये रिपोर्ट आई है। हालांकि अभी दो चरणों की जांच और होनी है। इसके बाद ही फाइनल नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा। अब तक हुए अध्ययन का पेपर इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित करने के लिये भी भेजा जाएगा।


भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अध्ययन में मिश्रित खुराक के पाॅजिटिव रिजल्ट मिले हैं। सिद्घार्थनगर के उन 18 लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर मिली है जिन्हें स्वास्थ कर्मियों की गलती से दो बार अलग-अलग कंपनियों कोविशील्ड और कोवैक्सीन के डोज लग गए। ये मामला सिद्घार्थनगर के शोहरतगढ़ में सामने आया था, जहां के 18 लोगों को जब कोरोना से बचाव के लिये पहला डोज दिया गया तो उन्हें कोविशील्ड का टीका लगा। पर स्वास्थ कर्मियों की लापरवाही के चलते दूसरे डोज में कोवैक्सीन का टीका लगा दिया गया।


इस बात का खुलासा होने के बाद वो लोग काफी घबराए हुए थे। आईसीएमआर की टीम ने सभी लोगों के दो-दो सैम्पल लेकर जांच के लिये पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलाॅजी में भेजा गया। आरएमआरसी के डायरेक्टर डाॅ. रजनीकांत के अनुसार अध्ययन के लिये तीन समूहों के नमूने लिये गए। कोविशील्ड और कोवैक्सीन के दोनों डोज लगवाने वाले 40-40 लोगों के दो बार नमूने लिये गए। पहला कोविशील्ड और दूसरा कोवैक्सीन का डोज लेने वाले 18 लोगों के नमूने लिये गए।


चार जून को पहला, 11 जून को दूसरा नमूना लिया गया। तीसरा 180 दिन और चौथा नमूना 365 दिन यानि एक साल के बाद लिया जाएगा। एनआईवी की टीम सभी नमूनों की अलग-अलग जांच करेगी। इसके अध्ययन के नतीजे भी अलग-अलग ही जारी किये जाएंगे, ताकि शरीर में समय के साथ होने वाले बदलावों के बारे में भी पता चल सके। उन्होंने बताया कि पहले नमूनों की जांच में सभी 18 लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी पाई गई है और शरीर में भी किसी तरह का बदलाव नहीं नोटिस हुआ। सभी नमूनों का अध्ययन एक साल में पूरा होगा। जिस तरह अब तक दो अलग-अलग वैक्सीन लेने वालों के शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखा और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी मिली इसी तरह अगर मिश्रित डोज लेने का फार्मूला आगे भी सुरक्षित मिला तो लापरवाही के चलते हुई भूल से एक नई राह निकल सकती है।

Home / Gorakhpur / कोरोना वैक्सीन कॉकटेल डोज के सामने आए नतीजे, गलती से लगा दी गई थी दोनों बार अलग-अलग वैक्सीन

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो