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गोरखपुर

घिर गई योगी सरकार, कुशीनगर में जहरीली शराब से 11वीं मौत

तमकुहीराज क्षेत्र में जहरीली शराब से मौतों का मामला

गोरखपुरFeb 08, 2019 / 07:43 pm

धीरेन्द्र विक्रमादित्य

liquor

Illegal liquor smuggling in the city

गोरखपुर। कुशीनगर में एक बार फिर जहरीली शराब कांड सुर्खियों में है। शुक्रवार को मिश्रौली के रहने वाले रविंद्र की मौत हो गई। जहरीली शराब पीने से अबतक 11 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। आधा दर्जन अभी भी अस्पताल में जीवन और मौत के बीच जूझ रहे हैं। हालांकि, प्रशासन आठ मौतों की बात स्वीकार रहा है और अन्य मौतों को बीमारी करार दे रहा। विधानसभा बजट सत्र छोड़कर विधायक अजय कुमार लल्लू पीड़ितों का हाल जानने शुक्रवार को गांव में पहुंचे। वहीं, यूपी सरकार ने मृतक परिवारों को दो दो लाख व इलाजरत को पचास पचास हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया।
उधर, मामला विधानसभा में पहुंचने के बाद आनन फानन में कार्रवाईयों का भी दौर शुरू हो चुका है। क्षेत्रीय विधायक अजय कुमार लल्लू ने सदन में गुरुवार को जहरीली शराब का मुद्दा उठाया था। उन्होंने सरकार से पीड़ितों को मुआवजे की मांग की थी। मृतकों के परिवारों को दो दो लाख व इलाजरत को पचास-पचास हजार के मुआवजेे की मांग उन्होंने सरकार से की थी।
जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में तरयासुजान इंसपेक्टर को लाइन हाजिर, हल्का दरोगा व दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है। आबकारी विभाग में भी कईयों पर कार्रवाई की गई है। आबकारी निरीक्षक व पांच सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि कच्ची का धंधा काफी दिनों से कुछ सफेदपोशों और पुलिस-प्रशासन के संरक्षण में चल रहा था, शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
बता दें कि कुशीनगर के तमकही क्षेत्र में जवही दयाल गांव के पास मौनी अमावस्या पर नारायणी नदी नट पर मेला लगता है। बताया जा रहा कि आसपास के क्षेत्रों में अवैध शराब खूब बिकती है। मेले में भी कच्ची खूब बिकी। लोगों ने छककर शराब की। मुनाफे के चक्कर में धंधेबाजों में शराब में उल्टा सीधा केमिकल मिलाकर बेचा जिससे शराब जहरीली हो चुकी थी। शराब पीने वाले अचानक से बीमार पड़ने लगे। गांव के हीरालाल, अवधू व डेबा की तबीयत रात में ही खराब हो गई। अगले दिन तीनों की तबीयत अधिक बिगड़ी और सुबह होते होते तीन मौतों से गांव में चीख पुकार मच गई। बेदूपार एहतमाली में चंचल और खैरटिया के मेघन प्रसाद की मौतों ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी। इसके बाद तो मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। बेदूपार एहतमाली के रामवृक्ष, खैरटिया के विजय, ओम दीक्षित ने भी जहरीली शराब की वजह से दम तोड़ दिया। गुरुवार को नौका टोला के रामनाथ की भी मौत हो गई। शुक्रवार को मिश्रौली के रविंद्र ने भी दम तोड़ दिया।
इसके अलावा बेदूपार के मीरहसन, छबीला, दिवाकर दीक्षित, जवहीं मुस्तकिल के साहब अभी जीवन-मौत के बीच में झूल रहे हैं। जबकि विकास को लखनउ डाॅक्टर ने रेफर कर दिया है।
मामला कई बार विधानसभा में उठ चुका

क्षेत्रीय विधायक अजय कुमार लल्लू का आरोप है कि कच्ची शराब का धंधा कुछ सफेदपोशों और पुलिस-प्रशासन के संरक्षण में चलता है। कई बार वे विधानसभा में इस मामले को उठा चुके हैं। बीते दिनों व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इस बाबत कार्रवाई की मांग की थी लेकिन सरकार अपने भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दे रही। अगर समय से कार्रवाई हुई रहती तो दस जानें बच जाती।

ये हुए निलंबित

गुरुवार को मामला विधानसभा में उठने के बाद प्रशासन ने आनन फानन में कार्रवाईयां शुरू की। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने सदन को जहरीली शराब कांड से हुई मौतों से अवगत कराया।
तमकुहीराज क्षेत्र में हुए शराब कांड में क्षेत्रीय आबकारी इंस्पेक्टर हृदय नारायण पांडेय, प्रधान सिपाही प्रहलाद सिंह, राजेश कुमार तिवारी, सिपाही रवींद्र कुमार व ब्रह्मानंद श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। जबकि एसपी कुशीनगर ने तरयासुजान एसओ विनय पाठक लाइन हाजिर किया, हल्का दरोगा भीखू राय व दो सिपाहियों कमलेश यादव व अनिल सिंह को निलंबित किया है।
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