दरअसल, डीआरआई (Directorate of revenue intelligence) को सोने की तस्करी (Gold smuggling) के संबंध में एक बड़े गैंग के बारे में काफी दिनों से सूचना मिल रही थी। 12 जुलाई की रात में बैंकाक जाने वाली एक फ्लाइट के जाने के पहले डीआरआई ने छह लोगों को अचानक से एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया। तलाशी लेने पर इन लोगों के पास से काफी मात्रा में विदेशी मुद्रा मिला। डीआरआई टीम के मुताबिक छह लोगों के पास से एक करोड़ बीस लाख रुपये कीमत की विदेशी मुद्रा बरामद हुआ।
इन लोगों ने बड़ी ही चालाकी के साथ इन मुद्राओं यथा अमरिकी डाॅलर, येन व यूरो छुपा रखे थे। मुद्रा को इन लोगों ने पान मसाला के पैकेट, खाद्य सामग्रियों के पैकेट्स में छुपाया था। सोने को सूटकेस में थोड़ा अलग ढंग से रखा था। पूछताछ में इन लोगों ने मास्टर माइंड के गोरखपुर (Gold smuggling mastermind arrested in Gorakhpur) में होने की बात स्वीकारी।
टीम ने बिना समय गंवाए गोरखपुर पहुंचकर शहर के एक आवासीय परिसर में जय नारायण मद्धेशिया को गिरफ्तार किया। टीम को देखते ही अपने सहयोगी आशीष गुप्ता से सूटकेस में रखा सोना व विदेशी मुद्रा लेकर भागने का इशारा किया लेकिन पकड़ा गया। टीम ने छापेमारी में यहां तस्करी का चालीस लाख रुपये मूल्य का सोना व करीब तीस लाख रुपये बरामद किए। आवास जयनाराण मद्धेशिया का ही है। डीआरआई ने तलाशी लेने के बाद इसे सील कर दिया। सूत्रों के अनुसार इस आवासीय परिसर का उपयोग सोने की तस्करी (Gold smuggling) के लिए किया जाता था। बैंकाक से सोना लाकर यहीं रखते थे फिर तस्करी सोना गंतव्य तक यहीं से पहुंचता था।
इन आठ लोगों की हुई है गिरफ्तारी
मास्टर माइंड जयनारायण मद्धेशिया (Gold smuggling mastermind arrested in Gorakhpur), आशीष गुप्ता, हरिकेश मद्धेशिया, नीरज गुप्ता, मनोज कुमार सिंह, शिव कुमार, आशीष निगम और अभिषेक मद्धेशिया। इन सामानों की हुई है बरामदगी
एक करोड़ पचास लाख रुपये कीमत की विदेशी मुद्रा डाॅलर, येन, यूरो व थाई मुद्रा के अलावा चालीस लाख का विदेशी सोना।