गोरखपुर में सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने की योजना बिजनेसमैन अमर तुलस्यान की थी। पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से रामगढ़ ताल के किनारे किसी तरह के निर्माण पर रोक लगा देने के चलते यह होल्ड हे गया। हालांकि उसके पहले 2017 में इसकी इजाजत भी मिल चुकी थी और तिरंगा लगाने वाली कंपनी ने इसका ढांचा तैयार कर ट्रायल भी कर लिया था। बाद में गोरखपुर विकास प्राधिकरण (Gorakhpur Developement Athaurity) ने इसकी इजाजत दे दी तो झंडा लगाने के लिये हैवी पोल भी खड़ा हो गया। उसके बाद पिछले एक साल से गोरखपुर वासियों को इस बात का इंतजार था कि सबसे ऊंचा तिरंगा कब फहराया जाता है। अब इंतजार खत्म हो गया है और बुधवार को सीएम योगी के हाथों गोरखपुर के आकाश में तिरंगा फहरा दिया जाएगा।
कहां-कहां है देश के ऊंचे तिरंगे
देश का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा कर्नाटक के बेलगाम में स्थापित है, जिसकी ऊंचाई 360.8 फीट है। इसके बाद नंबर आता है पंजाब के अटारी बाॅर्डर का जहां 360 फीट ऊंचा तिरंगा फहरता है। इसी तरह महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 303, रांची के पहाड़ी मंदिर पर 293, रायपुर के तेलीबांधा पर 269, हरियाणा के फरीदाबाद में 250 फीट ऊंचा तिरंगा फहरा रहा है। गोरखपुर से पहले गाजियाबाद के मुखर्जी पार्क का 211 फीट का तिरंगा यूपी का सबसे ऊंचा तिरंगा था। अब यह उपलब्धि गोरखपुर के पास होगी।
गोरखपुर महोत्सव समापन समारोह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘गोरखपुर महोत्सव’ के समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। मकर संक्रांति मनाने के लिये सीएम योगी गोरखपुर दौरे पर पहुंच चुके हैं। बुधवार को सीएम ने जनकल्याण के लिये अपने आवास पर रुद्राभिषेक किया। बाबा गोरखनाथ के दरबार में पूजा और गुरू ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाथी स्थल जाकर आशीर्वाद लिया।
सीएम योगी दोपहर में ‘गोरखपुर महोत्सव’ के समापन समारोह के मौके पर चंपा देवी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। वहां सीएम 100 दिव्यांगों को भारत सरकार की एडिप योजना के तहत मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल का वितरण करेंगे। इसका मूल्य 37000 रुपये प्रति ट्राइसाइकिल है। इस दौरान गोरखपुर का गौरव बढ़ाने वाले 10 लोगों को ‘गोरखपुर रत्न’ अवार्ड से नवाजा जाएगा। गौतमबुद्घ द्वार और जेटी और रामगढ़ ताल में सबसे ऊंचे तिरंगे को फहराएंगे।
इनका किया जाएगा सम्मान
वैज्ञानिक डॉ. मीनाक्षी नारायण, वैज्ञानिक डॉ. शमरेश मित्रा, कृषि वैज्ञानिक डॉ. रामचेत चौधरी, हाकी खिलाड़ी अली सईद, पहलवान अमरनाथ यादव, अर्जुन अवार्डी प्रेममाया, नेत्र चिकित्सक डॉ. नरेंद्र मोहन सेठ, उद्यमी ज्योति मस्करा, सामजिक कार्यकर्ता डॉ. संजीव गुलाटी, भजन गायक, नंदू मिश्रा