दरअसल, पिपराइच क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला युवक अपनी पड़ोस की एक शादीशुदा महिला के साथ प्रेम करने लगा। दोनों में नजदीकियां इतनी बढ़ी कि महिला ने पति का साथ छोड़ दिया और वे दूसरी जगह अपने प्रेमी के साथ रहने लगी। बताया जा रहा है कि महिला के प्रेमी के पास डेढ़ सौ से अधिक भेड़ हैं। एक दिन महिला का प्रेमी भेड़ चरा रहा था। उसी समय महिला का पति वहां पहुंच गया। प्रेमी और पति के बीच कहासुनी हुई। दोनों ने मारपीट भी की। पति अपनी पत्नी को फुसलाकर भगाने का आरोप लगा रहा था। महिला के पति ने अपनी पत्नी के प्रेमी की सारी भेड़ों को हांक लाया।
पंचायत के फैसले पर पति ने सौंपी थी भेड़ों के बदले पत्नी को मामला पंचायत तक पहुंची। पंच आए। दोनों की बातें सुनी। इसके बाद पंचों ने बेतुका पंचायत कर दी। पंचायत ने प्रेमी से कहा कि विवाहिता को साथ रखने के एवज में वह अपनी डेढ़ सौ भेड़ों में 71 भेड़ विवाहिता के पति को मुआवजा के रुप में दे दे। प्रेमी भी पंचायत के फेसले को मान गया, पति भी। फिर क्या था प्रेमी की 71 भेड़ महिला के पति के हवाले पंचायत ने करा दी।
पति भी भेड़ों को हांककर खोराबार क्षेत्र में अपने किसी रिश्तेदार के पास आ गया और रहने लगा। इसी बीच इस मामले में नया मोड़ उस वक्त आया जब प्रेमी के पिता ने पुलिस को तहरीर देकर यह बताया कि उसकी 71 भेड़ गायब हैं। पंचायत ने उसके बेटे को एक महिला के एवज में उसकी भेड़ दिला दी है। उसे वह महिला नहीं चाहिए, भेड़ दिलाई जाए। मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा। पुलिस सकि्रय हुर्इ तो उल्टे पति को ही अरेस्ट कर ली। भेड़ों को थाने लाया गया। भेड़ों को प्रेमी के पिता का होने की बात कहकर उसे सौंप दिया गया। जबकि पत्नी के बदले जिस पति को भेड़ सौंपा गया था उसे उन भेड़ों को चुराने के आरोप में जेल भेज दिया गया।
उधर, एसएसपी डाॅ.सुनील गुप्ता ने बताया कि इस प्रकरण में मामला दर्ज कर लिया गया है। एक महिला अपने प्रेमी के साथ रहने चली गई थी, साथ में दहेज का सारा सामान भी लेते गई। जब पति ने दहेज के सामान की मांग की तो दूसरे पक्ष ने दहेज के सामान के एवज में भेड़ ले ली। एसएसपी ने बताया कि भेड़ जिस पक्ष ने दिया उसका नहीं है। भेड़ प्रेमी के पिता का है।
बहरहाल, पंचायत का फरमान मानकर पति खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा। उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ एेश में है आैर उससे भेड़ तो पुलिस ने छीन ही ली, चोरी के इल्जाम में जेल भी भेज दिया।