यह है मामला – नगर पंचायत पीपीगंज में गोरखपुर-सोनौली राजमार्ग पर 67 बिजली पोल लगाकर लाइटिंग की व्यवस्था करनी थी। इसके लिए 31.21 लाख रुपये का भुगतान किया गया। – इस काम में मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। जांच रिपोर्ट के अनुसार 170 किलो वजन वाले पोल की जगह महज 75 किलो के पोल लगाए गए।
– जांच रिपोर्ट में साबित हुआ कि 2627 रुपये की दर से हर पोल पर स्टे सेट लगाना था लेकिन ऐसा नही हुआ – सौंपे गए रिपोर्ट के अनुसार न तो अंडरग्राउंड केबल बिछाया गया और न ही मानकों का हुआ पालन
– बिजली पोल को जमीन के अंदर 1.80 मीटर बोर करना था लेकिन जांच रिपोर्ट के अनुसार इसमें भी मानक का ध्यान नहीं रखा गया। – इस काम में 1.83 किलोमीटर अंडरग्राउंड केबल बिछाने के लिए प्रति मीटर 278 रुपये की दर से भुगतान कर दिया गया लेकिन जांच रिपोर्ट के अनुसार एक मीटर भी काम नहीं हुआ।
– टेंडर के मुताबिक 18 रुपये मीटर की दर वाला तार लगाना था लेकिन जांच रिपोर्ट में सामने आया कि ओवरहेड लाइन के लिए लगाया गया तार बेहद घटिया किस्म का था। – पोल को जमीन में बोर कर उसको जाम करने के लिए सीमेंट व कंक्रीट का इस्तेमाल किया जाना था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।