सोमवार को निषाद समाज के लोग पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए। इसके बाद जुलूस की शक्ल में डॉ.संजय निषाद के आहवान पर पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह के शहर स्थित आवास पर पहुंचे। मछुवारा समाज को आरक्षण देने की मांग को लेकर इन लोगों ने प्रदर्शन कर विधायक को ज्ञापन सौंपा।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद ने कहा कि निषाद समाज जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंप अपनी आवाज़ उठाने के लिए ज्ञापन देगा।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर मछुवारा समुदाय की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि इस बार निषाद समाज अपना हक लेकर रहेगा। निषाद समेत अन्य जातियों के आरक्षण की मांग को प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि निषाद, मझवार, कुम्हार, बेलदार समेत 17 जातियों को आरक्षण से वंचित किया गया है। निषाद समाज सालों से आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलित है। बीजेपी की केंद्र व प्रदेश की सरकार जनता को ठग कर वोट ले रही लेकिन उनकी मांगों को सत्त्ता संभालने के भूल जा रही। आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार निषाद समाज को छल रही। अनुसूचित व पिछड़ी जातियों का वोट लेकर राज करने वाली बीजेपी केवल ढोंग कर रही।
डॉ. संजय ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार झूठ पर झूठ बोलकर आरक्षण का लाभ देने से वंचित करने की साजिश चला रही है। 17 जातियों को आरक्षण न देकर उन्हें बर्बाद कर कर रही। वह इन जातियों को गुलाम बनाये रखना चाहती है। उनको विकास से वंचित रखना चाहती।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद ने कहा कि निषाद समाज जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंप अपनी आवाज़ उठाने के लिए ज्ञापन देगा।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर मछुवारा समुदाय की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि इस बार निषाद समाज अपना हक लेकर रहेगा। निषाद समेत अन्य जातियों के आरक्षण की मांग को प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि निषाद, मझवार, कुम्हार, बेलदार समेत 17 जातियों को आरक्षण से वंचित किया गया है। निषाद समाज सालों से आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलित है। बीजेपी की केंद्र व प्रदेश की सरकार जनता को ठग कर वोट ले रही लेकिन उनकी मांगों को सत्त्ता संभालने के भूल जा रही। आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार निषाद समाज को छल रही। अनुसूचित व पिछड़ी जातियों का वोट लेकर राज करने वाली बीजेपी केवल ढोंग कर रही।
डॉ. संजय ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार झूठ पर झूठ बोलकर आरक्षण का लाभ देने से वंचित करने की साजिश चला रही है। 17 जातियों को आरक्षण न देकर उन्हें बर्बाद कर कर रही। वह इन जातियों को गुलाम बनाये रखना चाहती है। उनको विकास से वंचित रखना चाहती।