Read this also: भाजपा विधायक ने देखी प्राथमिक शिक्षा की दुर्दशा, प्रधानाध्यपिका सस्पेंड धनेश की पत्नी निशा ने नौ फरवरी को पुलिस को उनके अपहरण की सूचना दी थी। पिपराइच पुलिस को दी गई जानकारी के मुताबिक धनेश छह फरवरी की सुबह सब्जी लेकर घर आए और नाश्ता बनाने की बात कहकर कहीं चले गए। नाश्ता बनाकर पत्नी निशा इंतजार करती रही लेकिन जब काफी देर तक नहीं आए तो मोबाइल पर काॅल किया लेकिन स्वीच आॅफ बताया। बेटों ने मोबाइल डिस्चार्ज होने और कोई सवारी मिलने की बात कही। अगले दिन भी धनेश का कोई पता नहीं चला। आठ फरवरी को धनेश के बेटे रोहित की मोबाइल पर एक काॅल आया। काॅल करने वाले ने धनेश की पत्नी निशा से बात कराने को कहा। काॅल करने वाले ने तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी। धनेश से बात कराई तो उसने अपनी पत्नी से बचा लेने की बात कही। संक्षिप्त बात के बाद काॅल डिस्कनेक्ट कर दिया गया। उसी दिन देर रात में फिर फोन आया तो निशा ने रकम की व्यवस्था करने की बात कही। अगली सुबह वह पिपराइच थाने पहुंची और पूरी बात बताई। पुलिस ने पूरी कहानी जानने के बाद अपहर्ताओं तक पहुंचने की जाल बिछाई। काॅल आने पर निशा ने ढाई लाख का इंतजाम होने तथा बाकी रकम की व्यवस्था करने की बात कही। इत्मीनान होने के बाद अपहर्ताओं ने आजमगढ़ के जीयनपुर में रकम लेकर पहुंचने को कहा।
अगले दिन निशा रकम लेकर रवाना हुई। देर रात में वह पहुंची तो अपहर्ताओं का फोन आया। पुलिस के अनुसार जीयनपुर पुलिस व पिपराइच पुलिस ने वहां घेराबंदी की। नियत जगह पर बाइक सवार दो युवक पहुंचे। जैसे ही उसने निशा से रकम लेनी चाही पुलिस ने पकड़ ली। पुलिस के अनुसार उसने युवकों से पूछताछ की तो उसने जीयनपुर के एक फार्म हाउस पर धनेश के बंधक बनाकर रखा गया था।
पुलिस ने फार्म हाउस पर छापा मारकर धनेश को मुक्त कराने के साथ ही एक व्यक्ति को हिरासत में लिया। मौके से दो असलहा भी बरामद हुए।
अपहरण में शामिल एक व्यक्ति फार्म हाउस मालिक का भाई बताया जा रहा है। जीयनपुर पुलिस के अनुसार धनेश ने उस व्यक्ति से रकम ली थी जिसे नहीं लौटा रहा था, जबकि धनेश की पत्नी अपहरण किए जाने व फिरौती मांगने की बात कह रही।