एयर कमोडोर प्रशांत को जून 1996 में भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में नियुक्त हुए थे। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं। इसके साथ ही वे एक प्रायोगिक परीक्षण पायलट हैं और उन्होंने जगुआर, LCA तेजस, MIG-21, MIG-29, किरण, पिलाटस, दीपक और कई अन्य विमान उड़ाए हैं।
इतना ही नहीं वायु अधिकारी के पास 3700 घंटे से अधिक की दुर्घटनामुक्त उड़ान का श्रेय है। उन्होंने एक लड़ाकू स्क्वाड्रन की कमान भी संभाली है। गोरखपुर एयरफोर्स स्टेशन के एयर कमोडोर ज्वाइन करने से पहले वे विमान और सिस्टम परीक्षण प्रतिष्ठान (ASTI), बेंगलुरु में विभिन्न लड़ाकू और परिवहन प्लेटफार्मों के उड़ान परीक्षण में शामिल थे।