उसे एक जगह पर ले जाकर दोनों युवकों ने शराब पिलाई, फिर रेप किया। रेप के बाद पीड़िता को वे लोग घर छोड़ने ले जा रहे थे कि आधीरात को युवती संग दोनों युवाओं को पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद युवकों ने रेस्टोरेंट मालिक को काॅल किया। रेस्टोरेंट मालिक ने मामले को ‘मैनेज’ किया तो पुलिस ने उनको बाइज्जत जाने दिया। आरोपियों ने इसके बाद किशोरी को घर पहुंचा दिया। पीड़िता घर पहुंची तो मामले की जानकारी दी। पीड़ित पक्ष थाने पहुंचा तो पुलिस थाना-थाना खेलने लगी। पीड़िता का केस दर्ज करने की बजाय गोरखनाथ पुलिस ने शाहपुर थाने का मामला बताकर उसे टरका दिया। शाहपुर थाने पर जब पीड़ित पहुंचे तो बाल दिवस के कार्यक्रम में पुलिस व्यस्त होने की बात कह अगले दिन तक टरकाया। कई दिनों तक थाना-थाना घूमने के बाद पीड़ित पक्ष एसएसपी के पास पहुंचा। एसएसपी ने हस्तक्षेप किया तो केस दर्ज हुआ। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और किशोरी को मेडिकल के लिए भेजा गया।