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मुख्यमंत्री के गढ़ में बड़ा बदलाव, इस बड़े पदाधिकारी की छुट्टी

locationगोरखपुरPublished: Jun 16, 2018 10:43:29 pm

प्रधानमंत्री के क्षेत्र से मुख्यमंत्री के क्षेत्र के संगठन को किया जाएगा मजबूत

BJP

मुख्यमंत्री के गढ़ में संघ ने किया बड़ा बदलाव, इस बड़े पदाधिकारी की छुट्टी

लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी में सांगठनिक रूप से मजबूत माने जाने वाले संगठन मंत्रियों में व्यापक स्तर पर तब्दीली की है। मुख्यमंत्री के गढ़ में उपचुनाव हार के बाद मंथन कर रही भाजपा ने क्षेत्रीय संगठन मंत्री को दायित्व से मुक्त करते हुए प्रधानमंत्री के क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री को अतिरिक्त कार्यभार दिया है। अब काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री रत्नाकर पांडेय गोरखपुर क्षेत्र का भी अतिरिक्त कार्य देखेंगे। वह देवरिया जिले के रहने वाले हैं।
हरियाणा में संघ के संगठन मंत्रियों की बैठक के बाद यूपी प्रदेश संगठन ने यह निर्णय लिया गया है। नए बदलाव के अनुसार अब काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री रत्नाकर गोरखपुर का अतिरिक्त कार्य देखेंगे। हालांकि, उनका केंद्र काशी ही होगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रकोष्ठों के प्रभारी प्रद्युम्न अब अवध क्षेत्र में संगठन मंत्री बनाए गए हैं। इनका केंद्र लखनउ होगा। भवानी सिंह क्षेत्रीय संगठन मंत्री ब्रज क्षेत्र के साथ-साथ कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र के संगठन मंत्री होंगे। उनका केन्द्र आगरा होगा।
हटाए गए क्षेत्रीय संगठन मंत्रियों को कोई जिम्मेदारी नहीं

फिलहाल, गोरखपुर के निवर्तमान संगठन मंत्री शिव कुमार पाठक, कानपुर के ओमप्रकाश, अवध क्षेत्र के संगठन मंत्री बृज बहादुर को अभी कोई जिम्मेदारी सौंपी नहीं गई है।
काफी दिनों से गोरखपुर में ही थे शिवकुमार पाठक

बता दें कि गोरखपुर क्षेत्र के संगठन मंत्री शिवकुमार पाठक काफी समय से गोरखपुर में ही रहे। इनके ही देखरेख में विधानसभा व लोकसभा सहित नगर निकाय चुनाव भी कराए गए। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में तो मोदी के नाम पर चुनाव तो भाजपा ने जीत ली लेकिन संगठन पर तमाम तरह के आरोप भी लगे थे। तमाम भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता टिकट बंटवारे को लेकर नाराज हुए थे। कई जगह काफी हंगामा भी हुआ था। निकाय चुनाव में भी टिकट बंटवारे में यही हाल रहा। इस चुनाव में आशातीत सफलता तक संगठन को नहीं मिली। केवल कुछ गिनी चुनी सीटों को छोड़ दें तो भाजपा की तमाम सीटों पर जमानत तक जब्त हो गई थी। यही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा छोड़ी गई सीट पर हुए लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को करारी हार देखनी पड़ी थी।
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