मुंबई में एक कार्यक्रम में पहुंचे तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि न्यू इंडिया में इस तरह के मामले बेहद शर्मनाक हैं। यह सुनिश्चित होना चाहिए कि फिर से ऐसी घटनाएं न हो। स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर हर प्रकार की नागरिक सुविधाओं के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया जाना चाहिए तभी न्यू इंडिया या नए भारत का सपना साकार हो सकेगा।
लंबी बीमारी की वजह से दिल्ली एम्स में शनिवार को अरुण जेटली (Arun Jaitely demise in AIIMS) नहीं रहे। उनकी मौत ने हर खास-ओ-आम को झकझोर दिया है।
Read this also: श्रीकृष्ण का बाल रूप धरे बच्चों संग जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खिलखिला उठे… छात्र जीवन से की थी राजनीतिक यात्रा की शुरूआत हर बात को बेहद सुलझे हुए अंदाज में रखने के लिए याद किए जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के राजनैतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से हुर्इ थी। एबीवीपी में सक्रिय रहे जेटली दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ अध्यक्ष भी रहे थे। एबीवीपी से उन्होंने बीजेपी की स्थापना के समय युवा मोर्चा में शामिल हुए। हाजिर जवाबी की वजह से लोकप्रिय जेटली श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रैजुएट और लॉ फैकल्टी से कानून की पढ़ाई की। देश के जाने माने वकीलों में शुमार जेटली भारतीय राजनीति की क्षितिज पर रहने के बाद भी कुछ फैसलों की वजह से भर्त्सना के भी शिकार हुए थे।