Read this also: होमगार्डाें के इस ऐलान से प्रदेश सरकार व पुलिस सकते में, अधिकारियों में हड़कंप सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के तृतीय दीक्षांत को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सामाजिक कुरीतियों पर बात करते हुए कहा कि पहले बाल विवाह के कारण महिला शिक्षा में जो कमी थी, अब उसकी भरपाई हो चुकी हैं। हमारी बेटियां अब हर क्षेत्र में आगे हैं। महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार भी पूरा सहयोग दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि हर महाविद्यालय एक गांव को जरूर गोद लें, जिससे वहां की स्थिति सुधरे। आंगनबाड़ी केन्दों के कुपोषित बच्चों पर पूरा ध्यान देना होगा। राज्य व केंद्र सरकार ने इसपर पूरा ध्यान दिया है। जबतक बेटियां सशक्त नहीं होंगी भारत कुपोषण मुक्त नहीं होगा। हीमोग्लोबिन टेस्ट बच्चियों का जरूरी है। वजन और लंबाई के संतुलन के लिए भरपूर खुराक भी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि हर महाविद्यालय एक गांव को जरूर गोद लें, जिससे वहां की स्थिति सुधरे। आंगनबाड़ी केन्दों के कुपोषित बच्चों पर पूरा ध्यान देना होगा। राज्य व केंद्र सरकार ने इसपर पूरा ध्यान दिया है। जबतक बेटियां सशक्त नहीं होंगी भारत कुपोषण मुक्त नहीं होगा। हीमोग्लोबिन टेस्ट बच्चियों का जरूरी है। वजन और लंबाई के संतुलन के लिए भरपूर खुराक भी दी जा रही है।
Read this also: प्रणाम किया, आशीर्वाद लिया फिर कार में लिफ्ट देकर लूट लिया, इस हालत में सड़क किनारे मिले… डिप्टी सीएम डाॅ.दिनेश शर्मा ने कहा कि यह शिक्षा का वह पड़ाव है जो नए दायित्व का बोध कराता है। इस विश्वविद्यालय ने अति संक्षिप्त समय में अपने ऊंचाइयों को छुआ है। यहां विदेशी भाषाओं को सिखाने का उपक्रम शुरू हो गया है। कहा कि कुछ विषयों के लिए अनुदान आयोग की तरफ से शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। आने वाले समय में विश्वविद्यालय का विस्तार होगा।
कुलपति डाॅ. सुरेंद्र दुबे ने स्वागत भाषण करते हुए भविष्य की विवि की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
दीक्षांत के दौरान कुलाधिपति ने 32 मेधावियों को स्वर्ण पदक देकर प्रोत्साहित किया।
कुलपति डाॅ. सुरेंद्र दुबे ने स्वागत भाषण करते हुए भविष्य की विवि की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
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