Read this also: कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा, अजय कुमार लल्लू को कमान यह मामला गोरखपुर के सहुआकोल गांव का है। बड़हलगंज क्षेत्र के नीबी दुबे गांव की बेटी सुमन की शादी करीब चार साल पहले सहुआकोल गांव के राजन दुबे से हुई थी। लेकिन शादी के बाद विदाई कराकर जब सुमन ससुराल पहुंची तो वहां शौचालय नहीं होने से वह वहां परेशानियों का सामना करती रही। ससुरालियों से शौचालय बनवाने की बात करती तो वह आनाकानी करते। देखते ही देखते कई साल बीत गए लेकिन ससुराल वाले कुछ न कुछ बहाना बनाकर शौचालय निर्माण नहीं कराते। इसी बीच उसका एक बेटा भी हो गया। बच्चा होने के कुछ ही दिन बाद वह मायके गई। मायके जाने के बाद उसने बिना शौचालय निर्माण वह वापस ससुराल जाने से इनकार कर दिया।
Read this also: योगी ने कन्या पूजन कर नारियों के सम्मान और सुरक्षा का दिया संदेश देखते ही देखते एक साल ऐसे ही निकल गया। उधर, ससुराल पक्ष विदाई का दबाव बनाने लगे लेकिन सुमन शर्त पूरा हुए बिना वापस आना नहीं चाहती। इसी बीच ससुराल पक्ष ने मायके वालों पर विदाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत कर दी। मामला पुलिस तक पहुंचा तो दोनों पक्ष बुलाए गए। मायके पक्ष की ओर से सारी बात बताई गई। सामाजिक दबाव पड़ने के बाद ससुरालियों ने लिखित आश्वासन दिया कि शौचालय निर्माण वह लोग कराने के बाद बहू की विदाई कराएंगे।