दरअसल, ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के चलते यमुना सिटी में बड़ी-बड़ी देसी व विदेशी कंपनियां निवेश करने के लिए आ रही हैं। इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने कई प्लॉट स्कीम निकाली। जिसमें फरवरी 2018 से लेकर 19 दिसंबर 2019 तक इंडस्ट्री लगाने के लिए 875 प्लॉटों का अलॉटमेंट भी कर दिया गया है। वहीं कई प्लॉटों पर इंडस्ट्री का निर्माण भी शुरू हो गया है। जबकि अन्य को जल्द ही कब्जा भी दिया जाने लगेगा। इसके चलते आने वाले 2 वर्षों में करीब 5.90 लाख को रोजगार पैदा होंगे और 11515 करोड़ रुपये की पूंजी का निवेश होगा।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ में फरवरी 2018 में यूपी इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था। जिसमें भारी संख्या में कंपनियों ने यमुना सिटी में निवेश की रूचि दिखाई। प्राधिकरण द्वारा 300 से लेकर 2000 वर्ग मीटर साइज के प्लॉट लॉटरी के माध्यम से और इससे बड़े प्लॉटों को इंटरव्यू के माध्यम से किए जारी किए गए। प्लॉट आवंटन में शर्त रखी गई है कि कंपनियों को 30 प्रतिशत रोजगार स्थानीय किसानों के बच्चों को देना होगा। उन्होंने बताया कि अभी तक 875 इंडस्ट्रियल प्लॉट अलॉट किए गए हैं। अगले 2 वर्षों में इनमें लगने वाली कंपनियों से 5.90 लाख लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। एक विदेशी कंपनी ने 5200 करोड़ का निवेश किया है। वह दिसंबर 2020 से अपना उत्पादन शुरू करेगी। जिसमें 42 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।