गौरतलब है कि रविंद्र भाटी कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी छोड़कर बसपा में शामिल हुए थे। बताया जाता है कि अब इस फोटो के सामने आने के बाद लोगों ने उन्हें बसपा में शामिल कराया था, हाईकमान उनसे नाराजगी जाहिर की है। यह भी बताया जा रहा है कि दादरी के पूर्व विधायक सतवीर गुर्जर और जिलाध्यक्ष से रिपोर्ट मांगी गई गई है। वहीं, जब बसपा नेता रविंद्र भाटी के भाजपा में शामिल होने की बात इलाके में फैली तो उनके पास इलाके भाजपा से जुड़े लोगों के बधाई संदेश भी आने लगे।
आपको बता दें कि गौतमबुद्धनगर बसपा सुप्रीमो मायावती का गृह जिला है। लिहाजा, यहां से जब कोई नेता बसपा छोड़कर किसी और दल का दामन थाम लेता है तो खबर लखनऊ यानी आला कमान तक जाती है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान भी बसपा के कई बड़े नेता बसपा छोड़कर भाजपा में चले गए थे। से में रविंद्र भाटी के भी अब बसपा छोड़ने की चर्चा से बसपा में फिर हलचल की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी है। लिहाजा, बे सिर पैर के इन चर्चाओं से बसपा में रविंद्र की मुश्किल बढ़ गई है। हालांकि, उन्होंने मंगलवार को सामने आकर सफाई दी कि वह भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं। वह अब भी बसपा के कार्यकर्ता हैं और वह कभी भी पार्टी को छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।
रविंद्र भाटी के भाजपा में शामिल होने की चर्चा
दरअसल, लड़पुरा गांव की जमीन को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सहमति के आधार खरीद रहा है। रविवार को गांव में प्राधिकरण द्वारा शिविर का आयोजन किया गया। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह भी गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक कर समस्या सुनी। इसी दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रविंद्र भाटी भी ग्रामीणों की समस्या लेकर शिविर में पहुंच गए। विधायक के सामने उन्होंने ग्रामीणों की तमाम समस्याएं रखकर उनका समाधान कराने का आग्रह किया। प्राधिकरण अधिकारियों के सामने भी रविंद्र भाटी ने ग्रामीणों की समस्या उठाई। इसी दौरान वे जेवर विधायक के साथ बातचीत करने लगे। लोगों ने दोनों का एक साथ फोटो खिंचकर वायरल कर दिया। इससे रविंद्र भाटी के बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं होने लगी।
बसपा नेता ने दी ये सफाई
रविंद्र भाटी के परिवार का क्षेत्र में वजूद है। उनकी पत्नी पुष्पा भाटी भी दो बार जिला पंचायत सदस्य चुनी गई थी। इससे यह बात क्षेत्र में आग की तरफ फैल गई। रविंद्र भाटी ने मंगलवार को बयान जारी करा कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को हमेशा प्रमुखता से उठाया है, इसलिए शिविर में पहुंच गए। क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र सिंह भी वहां आए हुए थे। उनके सामने भी समस्याएं उठाई। इसी दौरान किसी ने फोटो खींच लिया।