जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे शाहबेरी के लोग ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पर पहुंचे थे। सैकड़ों की संख्या में लोग अथॉरिटी के गेट पर इक्टठा हुए। महिला व बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल थे। लोगों ने घर न तोड़ने की गुहार अधिकारियोंं से लगाई। आरोप है कि उनकी कोई सुनने के लिए नहीं पहुंचा। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने अथॉरिटी अफसर व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद अथॉरिटी के गेट पर ताला जड़ दिया। उन्होंने किसी को भी अथॉरिटी के अंदर नहीं जाने दिया।
सूचना मिलने पर मौके पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई। इसके अलावा एसपी देहात रणविजय सिंह, एडीएम प्रशासन दिवाकर सिंह, सीओ एसडीएम सदर आदि मौके पर पहुंचे। यहां उन्होंने लोगों से हटने के लिए कहा। लेकिन उन्होंंने बगैर कार्रवाई के हटने से इंकार दिया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ में गाली—गलौच कर दी। जिसके बाद लोग उग्र हो गए। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लोगों को खदेंडने के लिए लाठी चार्ज किया। जबकि प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व खुद भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य तेजा गुर्जर ने किया था। लेकिन वे बुधवार को मौके पर नहीं थे। प्रदर्शन कर रहे 29 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कुछ लोग भाग गए।
एसपी देहात रणविजय सिंह का कहना है कि लोगों ने अथॉरिटी के गेट पर ताला लगाकर अधिकारियों को बंधक बनाया था। साथ ही किसी को भी आने जाने नहीं दे रहे थे। उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया गया। न मानने पर हल का बल प्रयोग करना पड़ा।
एडीएम दिवाकर सिंह का कहना है कि जनपद में धारा-144 लागू है। शाहबेरी के लोग अथॉरिटी के गेट पर बगैर परमिशन के प्रदर्शन कर रहे थे। धारा-144 का उल्लंघन करने के मामले में 27 महिलाओं व पुरूषों को गिरफ्तार किया गया है।