20 साल का बिलाल 28 अक्टूबर को कैसे पहुंचा ‘आईएस’ आंतकी संगठन में, जानिए परत दर परत पूरी कहानी
जेब में थे 400 रुपये कि हवाई यात्रा छात्र एहतेशाम बिलाल के लापता होने के बाद में 2 नवंबर को सोशल मीडिया पर एक आतंकी संगठन आईएसजेके से जुड़ने का फोटो और वीडियो वायरल हुआ था। ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बिलाल का आतंकी का चेहरा सामने आने के बाद में पुलिस, प्रशासन समेत एनआईए व अन्य जांच एजेंसियों की नींद उड़ गई है। यह 28 अक्टूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। वह दिल्ली जाने के लिए कहकर यूनिवर्सिटी से निकाला था। बताया गया है कि उस दिन बिलाल ने पिता से एक हजार रुपये मांगे तो उन्होंने 500 रुपये उसके खाते में ट्रॉसफर कर दिए। बिलाल ने 400 रुपये निकाले थे। 31 अक्टूबर को बिलाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके रिश्तेदारों ने ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क और कश्मीर के पुलवामा में दर्ज कराई। उधर बिलाल की तलाश कर रही जांच एजेंसी के सामने आया कि वह 28 अक्टूबर दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़कर श्रीनगर गया था। उसकी जेब में 400 रुपये थे, अब फ्लाइट के लिए टिकट के पैसे कहा से आए। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।कश्मीर की ही रहने वाली उसकी गर्लफ्रेंड से भी। बिलाल की गर्लफ्रेंड भी शारदा यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रही है। बिलाल व उसकी गर्लफ्रेंड के कमरे की भी पुलिस तलाशी ले चुकी है। मौके पर मिले सामान और साक्ष्य को लेकर पुलिस ने कोई खुलासा नहीं किया है। हॉस्टल से लापता होने के बाद एहतेशाम बिलाल ने कुल 28 फोन कॉल की थी। साथ ही टेक्सट मेसेज भी। दो फोन कॉल बिलाल ने श्रीनगर एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद किए थे। एक फोन उसके पिता का था और दूसरा नंबर शारदा यूनिवर्सिटी में ही पढ़ने वाली एक कश्मीरी छात्रा का था।