एसटीएफ़ की टीम ने विभा तिवारी, आमिर सुहैल, सूर्य प्रताप सिंह, दीप किशोर को पकड़ा है। आरोपियों ने टूर एंड ट्रैवल्स की फर्जी वेबसाइट बनाई और साथ ही उसपर फर्जी पता जारी किया गया। वेबसाइट पर लोग पैकेज के बारे में जानकारी करते तो उन्हें कॉल करके झांसे में लेकर ठग लिया जाता था। कुछ समय तक यह काम करने के बाद वह वेबसाइट बंद कर दी जाती और फिर से नई वेबसाइट बनाकर लोगों को शिकार बनाना शुरू कर दिया जाता था। जिसमें नए अकाउंट और नया पता दिया जाता था। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह करीब दो हजार लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं। पुलिस इनके गिरोह के बारे में और जानकारी कर रही है।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि टूर पैकेज के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य पढ़े लिखे हैं। आरोपी दीप किशोर प्रजापति बीए पास है। आरोपी सूर्य प्रताप सिंह बीएससी पास है। इनका काम फर्जी वेबसाइट के लिए फर्जी अकाउंट और फर्जी पते के सिम कार्ड उपलब्ध कराना था। अपनी मीठी-मीठी बातों में लोगों को झांसे में लेकर शिकार बनाने वाली विभा तिवारी सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कर चुकी थी।
राजकुमार मिश्रा ने बताया कि कुछ दिनों पहले ठग गैंग ने ग्रेनो में रहने वाले इंजीनियर को निशाना बनाया। इंजीनियर से लक्ष्यदीप में टूर पैकेज के नाम पर 1.20 लाख रुपये ठग लिए थे। इंजीनियर ने इस मामले में बीटा दो कोतवाली क्षेत्र में मुकदमा दर्ज करवाया। जिसमें एसटीएफ की टीम ने जांच शुरू की थी। सूचना मिली कि गुरुवार को ठग गैंग की एक महिला अपने साथियों से मिलने आ रही है। एसटीएफ की टीम ने ओमेक्स मॉल के समीप महिला समेत चार आरोपियों को धर दबोचा। आरोपी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड के लोगों को चूना लगा चुके हैं। यह टूर पैकेज के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये ठग चुके हैं। एसटीएफ और पुलिस की टीम को इनके पास से दो हजार लोगों के नाम और मोबाइल नंबर की लिस्ट मिली है। जिनसे यह ठगी कर चुके हैं। वहीं अभी अन्य लोगों को शिकार बनाने की तैयारी में जुटे थे।