एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा कि ईरान के खिलाफ इस तरह के बेकार प्रयास करने के बजाय बेहतर होगा कि ब्रिटिश सरकार सऊदी अरब को घातक हथियारों की बिक्री को रोके। क्योंकि, इन हथियारों का इस्तेमाल यमन के लोगों के खिलाफ किया जा रहा है।
गौरतलब है कि जॉनसन ने रविवार को कहा था कि ब्रिटेन को इस बात की काफी संभावना लगती है कि अरामको हमलों के लिए सही मायने में ईरान जिम्मेदार है। हालांकि, ईरान ने उन अरोपों को सिरे से नकार दिया है, जो अमेरिका और सऊदी अधिकारियों ने भी लगाए है। यहां आपको बता दें कि यमन के हौती विद्रोहियों ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है।