किला, मंदिर और कब्रिस्तान जैसी व्यवस्थाएं
बताया जा रहा है कि यह अपने काल में सबसे बड़ा शहर था। यहां किला, मंदिर और कब्रिस्तान जैसी व्यवस्थाएं थी। के वाई. पाज के मुताबिक, यह साइट देश के बीचोंबीच है। उन्होंने कहा कि, ‘हमें यहां विशाल शहरी निर्माण मिला है, जिसमें गलियों के साथ पड़ोसी और सार्वजनिक स्थलों की भी योजना है।’
20 मीटर लंबा और दो मीटर ऊंचा
के वाई का दावा है कि कांस्य काल के बाद इस क्षेत्र में सबसे बड़ी खोज की गई है। अभी तक इस साइट को नाम एन एसुर के नाम से जाना जाता है, जोकि यह 0.65 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इस जगह पर एक प्राचीन मंदिर पाया गया है। इसमें मनुष्य और जानवरों के दुर्लभ चित्रकारी बनी हुई है। के वाई का कहना है कि यह सभ्यता के शहरीकरण का पहला कदम रहा होगा। एक अन्य पुरातत्वविद दीन शलेम ने कहा कि वहां मिला निर्माण 20 मीटर लंबा और दो मीटर ऊंचा है।