नई दिल्ली। अफसा जबीन- उम्र 38 साल है, और वह हैदराबाद के एक मुस्लिम परिवार से थी। एक हिंदू रियल स्टेट डीलर से शादी के बाद उसकी तीन बच्चियां हैं। इसके बाद वह दुबई में ही रहने लगी।
सलमान मोहिउद्दीन- उम्र 32 साल है, और वह एक बेरोजगार इलैक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर है। अमरीका में उसका वीजा एक्सटेंड न होने के कारण वह वापस हैदराबाद आ गया। वह शादीशुदा है और उसके 2 बच्चे हैं। सलमान का ज्यादातर वक्त इंटरनेट ब्राउसिंग करते हुए और नौकरी ढूंढते हुए ही बीतता था।
दोनों 7 साल पहले फेसबुक पर मिले थे। वह अक्सर इस्लाम और क्रिस्चैनिटी को लेकर ऑनलाइन बात किया करते थे। यह बातचीत चलते-चलते पिछले साल आईएस के बारे में होने लगी। इसके बात जो हुआ वह सन्न कर देने वाला है। इन दोनों ने धीरे-धीरे इस्लामिक स्टेट की वेब साइटों के माध्यम से दुबई और हैदराबाद के लड़कों को आईएस में भर्ती कराने का काम ले लिया।
सूत्रों के मुताबिक आईएसआईएस के लिए काम करने वाली इस महिला का नाम अफ्शा जबीन है, जिसका उपनाम निकोल जोसफ है। ये महिला आईएस की ऑनलाइन रिक्रूटर है। मिली जानकारी के अनुसार जबीन को खुफिया एजेंसियों की मदद से दुबई से उसके पति और तीन बच्चों के साथ पकड़ा गया। जबीन के पति का नाम देवेंद्र बत्रा बताया जा रहा है। जबीन को सलमान मोइनुद्दीन को पकड़े जाने के बाद ट्रेस किया जा सका है।
गौरतलब है कि इस साल जनवरी में सलमान को हैदराबाद एयरपोर्ट से पकड़ा गया था, वह दुबई और फिर वहां से आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया जाने के प्रयास में था। सूत्रों का कहना है कि सलमान को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए जबीन ने मोटीवेट किया था। वहीं मामले में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए खुफिया एजेंसियां जबीन से पूछताछ कर रही हैं। खुफिया एजेंसियां ये जानने की कोशिशों में लगी हैं कि आखिर किस तरह जबीन ने अन्य लोगों को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए मोटीवेट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने यूएई का दौरा किया था। मोदी के इस दौरे की वजह से ही आईएसआईएस में शामिल होने के लिए गए दो भारतीय मूल के लोगों को पिछले महीने केरल में वापस लाया गया है।
Home / world / Gulf / फेसबुक पर मिले, और शुरू हो गई IS आतंकी बनाने की मुहिम