ये है मामला…
म्याना थाना क्षेत्र के महुखान में 30 अक्टूबर 2017 को नीलम जाटव की गांव के 13 लोगों ने घर में घूस कर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही आरोपी गांव छोड़कर भाग निकले थे।
घटना के 1 माह बाद हुए थे गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक आरोपी मर्डर कराने के बाद गांव छोड़कर चले गए थे। पुलिस आरोपियों की तालाश करती रहीं। घटना के 1 माह बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद मामला कोर्ट में चल रहा था।
कारावास व दो हजार रुपए जुर्माने की सजा
इसके पहले जेएमएफसी राघोगढ़ एसपी दुबे की अदालत ने वर्ष 2015 के दहेज मांगने वाले आरोपी पति दिनेश बैरागी को एक वर्ष का कारावास व दो हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी एडीपीओ प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया था कि फरियादिया अनीताबाई ने 10 फरवरी 2015 को एक लिखित आवेदन थाना प्रभारी जामनेर को दिया कि वह ग्राम मेरुखेड़ी की रहने वाली है। उसके पिता ने उसकी शादी करीब 6-7 साल पहले ग्राम टोडरा के दिनेश पुत्र राडछोड़दास बैरागी के साथ की थी। शादी के बाद उसका एक बच्चा गौरव (3) साल का है।
मारपीट कर अपने घर से भगा दिया
पिछले साल सावन के माह में उसके पति दिनेश बैरागी ने उससे कहा था कि उसे पिता ने शादी में कुछ नहीं दिया उसे पैसे की जरुरत है अपने पिता के यहां से दो लाख रुपए लेकर आ। तब फरियादिया ने कहा कि उसके पिता गरीब है इसलिए वह दो लाख रुपए नहीं दे सकते तब उसके पति दिनेश ने उसे मारपीट कर अपने घर से भगा दिया।