लोगों ने देर रात किया हंगामा
घटना के बाद स्टेशन पर काफी देर तक तक हंगामा होता रहा। आम जन रेल्वे की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे थे। उनका कहना था कि हमसे सफर के दौरान पूरे पैसे लिए जाते हैं और सुविधाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है।
थाना प्रभारी ने दी समझाइश
जीआरपी थाना प्रभारी आर एस परिहार ने मौके पर पहुंचकर यात्रियों को समझाइश दी। उनका कहना था कि यात्रियों के खाने का पूर्ण ध्यान रखा जाता है। हमारी पूरी कोशिश रहती है कि यात्रियों को स्वच्छ व साफ सुधरा खाना मिले। हो सकता है कि किसी कारणवश या गलती से ऐसा हुआ। इस मामले की जांच की जाएगी। साथ ही ट्रैन में पैंट्री कार ना होने से ठेकेदार द्वारा खाना सप्लाय किया जाता है।
खाने की होगी जांच
ट्रेन का खाना खाने से तीस लोगों के बीमार होने के कारण आरपीएफ ने खाना जप्त कर लिया। इस खाने की जांच की जाएगी। उसके बाद ही कुछ फैसला लिया जाएगा।
बीमारों का चल रहा इलाज
अमृतसर इंदौर ट्रैन में खाना खाने से जो भी लोग बीमार हुए, उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उनके परिजनों के इस बात की जानकारी दे दी गई है। वे जल्द ही अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार फिलहाल उनकी हालत में कोई सुधार नहीं है, पर इलाज जारी है। जल्द ही वे सभी लोग ठीक हो जाएंगे। घबराने वाली बात नहीं है।