शहर की 16 कॉलोनी डेंगू के मच्छर की चपेट में हैं, लेकिन इस अब तक ६ रोगी ही सामने आए हैं। दरअसल, जगह-जगह डेंगू के मच्छरों को लार्वा मिल रहा है। हालांकि मरीजों की संख्या ज्यादा नहीं है। पिछली साल सितंबर तक 13 मरीज थे। इस साल ६ मरीज मिले हैं। मलेरिया विभाग मच्छरों के लार्वा का सर्वे कर रहा है। कोकाटे, धाकड़ कॉलोनी, बोहरा कॉलोनी, विद्यांचल कॉलोनी, तलैया मोहल्ला सहित कई प्रमुख कॉलोनियों में डेंगू ने दस्तक दे दी है। डेंगू का लार्वा छत पर रखे पात्रों में मिल रहा है।
डेंगू की जांच करने जिला अस्पताल में सबसे अच्छी सुविधा है, मगर विभाग इसकी जानकारी देने से बचता है। अब तक अस्पताल में 90 से ज्यादा एलाइजा टेस्ट हो चुके हैं, लेकिन कितने लोगों को डेंगू निकला है, इसकी जानकारी उनके द्वारा नहीं दी जा रही है। टेस्ट में कई लोगों को डेंगू पॉजीटिव निकला, लेकिन इसकी जानकारी उनके द्वारा नहीं दी गई।
शहर की सिसोदिया कॉलोनी भी डेंगू और मलेरिया के मच्छरों की चपेट में है। मलेरिया विभाग ने 205 मकानों का सर्वे किया। इस दौरान 11 स्थानों पर डेंगू और मलेरिया के मच्छरों का लार्वा मिला। सबसे पहले इसी कॉलोनी के नजदीक कोकाटे कॉलोनी में डेंगू का मच्छर और उसका रोगी मिली था। इसके बाद पूरा शहर डेंगू और मच्छरों की चपेट में आ गया। मलेरिया विभाग ने इस बार नपा के 37 वार्डों में 22 वार्डों का सर्वे किया है।