प्रदेश में एक दिन पहले तक रात का तापमान करीब 17.4 डिग्री था, जो एक ही दिन बाद 14 डिग्री सेल्सियस और रविवार रात को तो 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जिससे सर्द मौसम का अहसास लोगों को होने लगा, सोमवार सुबह घर से बाहर निकलने पर लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा।
पश्चिमी विक्षोभ के असर से पिछले दो, तीन दिनों से मौसम में अचानक बदलाव आया है। रविवार को नवंबर माह का सबसे कम न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम 31 डिग्री रहा। सुबह-शाम को सर्दी का एहसास होने लगा है। इससे न सिर्फ लोगों की दिनचर्या बदलने लगी है, बल्कि पहनावा भी बदल गया है।
सुबह के समय स्कूल जाने वाले बच्चे अब गर्म कपड़े पहनने लगे हैं। वहीं मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले लोग भी अब गर्म कपड़े पहने नजर आ रहे हैं। सर्दी का असर शहर के बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। जिन मार्गों पर कुछ दिन पहले दूसरा सामान बिक रहा था वहां अब गर्म कपड़ों की दुकानें सज गई हैं। कपड़ों के अन्य दुकानदारों ने भी सर्दी से बचने वाले कपड़ों का स्टॉक बढ़ा दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों पर पानी गर्म करने वाले हीटर ज्यादा नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी दिनों में यह सर्दी और बढ़ेगी। न्यूनतम पारा 10 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। बढ़ती सर्दी से जहां रबी फसलों को फायदा होगा। वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में बुजुर्ग व बच्चों की परेशानी बढ़़ जाएगी। खासतौर पर उनके सेहत का ज्यादा ध्यान रखना होगा। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एसपी जैन का कहना है कि सर्दी का मौसम प्राय: स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा माना जाता है। लेकिन बढ़ती सर्दी में सेहत के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
सेहत का रखें ख्याल
1. सबसे पहले तो सर्दी से खुद को बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनना जरूरी है। खासतौर पर अपने कान और सिर को जरूरी ढकें।
2. ठंडी चीजों का इस्तेमाल बंद करें : सर्दियों की शुरुआत के साथ ही ठंडी चीजों का इस्तेमाल भी बंद कर दें। ठंडी चीजों से सर्दी-जुकाम होने का खतरा अधिक होता है।
3. व्यायाम करें व सैर पर जाएं : सर्दी के मौसम में प्रतिदिन व्यायाम करना तथा मॉर्निंग वॉक पर जाना बेहद लाभदायक है।
4. गुनगुना पानी पीएं : सर्दी के दिनों में ठंडे की बजाए गुनगुना पानी पीएं, क्योंकि इससे सर्दी और खांसी में भी राहत मिलती है। जबकि ठंडा पानी सर्दी को और बढ़ाता है।
यह भी पढ़ें : 12 दिसंबर से पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा